Wed. Apr 24th, 2024
    निकोलस मादुरो

    वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने मंगलवार को कहा कि “रूस और वेनेजुएला आगामी माह विभिन्न क्षेत्रों में 20 समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। इसमें ऊर्जा और शिक्षा शामिल होंगे।”

    मादुरो के हवाले से तास न्यूज़ ने कहा कि “अप्रैल में रूस और वेनेजुएला के मध्य सरकारी सहयोग से उच्च स्तरीय कार्यकारी सत्र का आयोजन होगा। हम अर्थव्यवस्था, व्यापार, संस्कृति, ऊर्जा और शिक्षा के क्षेत्र में 20 सहयोग समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे।”

    हाल ही में प्रकाशित विदेशी मीडिया की ख़बरों के अनुसार, रूस के दो सैन्य विमानों में 100 सैनिक और उपकरणों को वेनेजुएला में भेजा गया है। रूस और वेनेजुएला के संबंधों पर चर्चा करते हुए मादुरो ने कहा कि “अप्रैल में रूस और वेनुजुएला के मध्य सरकारी सहयोग से उच्च स्तरीय कार्यकारी सत्र का आयोजन होगा।”

    अमेरिकी मानवीय सहायता समूहों से मदद लेने की बात को निकोलस मादुरो ने फर्जी करार दिया था। वेनेजुएला के राष्ट्रपति ने असल मानवीय सहायता के लिए रूस का शुक्रिया अदा किया था। उन्होंने कहा कि “दो सप्ताह पहले रूस से एक शिपमेंट वेनुजुएला पंहुचा था। हम जल्द ही दूसरे शिपमेंट का दवाइयों के साथ इंतजार कर रहे हैं।”

    बीते सप्ताह वेनेजुएला के राष्ट्रपति ने कहा कि “रूस आगामी सप्ताह वेनुजुएला को दवाइयां भेजेगा।” कराकास और मास्को के बीच सम्बन्ध मज़बूत होने की खबरे आ रही है।

    वेनेजुएला के नेता निकोलस मदुरो और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन
    वेनेजुएला के नेता निकोलस मदुरो और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन

    अल जजीरा के मुताबिक, मादुरो सरकार ने फरवरी में वेनेजुएला में मानवीय सहायता के लिए भेजी गयी सामग्री के प्रवेश करने पर रोक लगा दी थी। साथ ही उन्होंने ब्राज़ील से सटे वेनेजुएला की सीमा को बंद करने के आदेश भी दिए थे। अमेरिकी समर्थित विपक्षी नेता जुआन गाइडो ने राहत सामग्री के प्रवेश की अनुमति दे दी थी।

    अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने भी ऐसी ही धमकी सभी राष्ट्रों को दी है। ट्वीट कर जॉन बोल्टन ने कहा कि “अंतरार्ष्ट्रीय बैंक मादुरो सरकार के साथ कोई सम्बन्ध न रखे। बैंकर्स मादुरो या उसके सहयोगियों की मदद जनता की संपत्ति चोरी करने में न करें। अमेरिका निगरानी बनाये हुए हैं। विश्व देख रहा है और वेनुजुएला की जनता देख रही है।

    रायटर्स के मुतबिक रूस राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के समर्थन में है और उनका विपक्षी दल के नेता जुआन गाइडो के साथ गतिरोध जारी है। सेना सहित राज्य संस्थानों पर अभी राष्ट्रपति निकोलस मादुरो का नियंत्रण है लेकिन पश्चिमी देशों समेत अमेरिका ने विपक्षी दल के नेता जुआन गाइडो को देश का राष्ट्रपति के तौर पर मान्यता दे चुके हैं।

    वेनेजुएला को भेजी सैन्य मदद

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    रूस नें अपनी सेना को वेनेजुएला में तैनात कर दिया है

    रूस नें आज वेनेजुएला में अपनी फ़ौज को तैनात कर दिया है। मास्को टाइम्स के मुताबिक रूसी विदेश मंत्री नें आज साफ़ कर दिया है कि रूसी सेना का वेनेजुएला में होना पूरी तरह से सामान्य है।

    जाहिर है रूस और अमेरिका के बीच वेनेजुएला की समस्या को सुलझाने का विवाद चला आ रहा था। यह विवाद गहरा तब हो गया जब पिछले सप्ताह रूस की सेना निकोलस मदुरो को बचाने के लाइट वेनेजुएला में आ गयी थी।

    आज रूस नें इस बात की पुष्टि की है। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़ाखारोवा नें कहा है कि रूस नें वेनेजुएला के संविधान के अंतर्गत और दोनों देशों के बीच हुए सैन्य समझौते का पालन करते हुए अपनी सेना को वेनेजुएला में भेजा है।

    उन्होनें हालाँकि यह साफ़ नहीं किया है कि कितनी बड़ी सेना को वेनेजुएला भेजा गया है?

    वेनेजुएला का राजनैतिक संकट तब बढ़ गया था जब अमेरिका नें वेनेजुएला के नेता निकोलस मदुरो को ‘अवैध नेता’ घोषित कर दिया था। अमेरिका नें कहा था कि मदुरो चुनाव में अवैध तरीकों से जीते हैं।

    रूस नें हालाँकि निकोलस मदुरो का समर्थन किया है और लगातार अमेरिका के विरुद्ध वेनेजुएला का साथ दिया है।

    ट्रम्प नें वापस जाने को कहा

    डोनाल्ड ट्रम्प

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प नें आज शाम को अपने बयान में कहा कि रूस को तुरंत अपनी सेना को वेनेजुएला से निकालना होगा।

    रायटर्स के मुताबिक डोनाल्ड ट्रम्प नें कहा है कि यदि रूस ऐसा नहीं करता है तो अमेरिका किसी भी विकल्प का सहारा ले सकता है।

    ट्रम्प नें अपने ओवल ऑफिस में पत्रकारों से कहा, “रूस को बाहर निकलना होगा।”

    इसी दौरान डोनाल्ड ट्रम्प नें आज वेनेजुएला के मंत्री युआन गुइडो की पत्नी से मुलाकात की।

    इस बारे में अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस नें कहा, “रूस द्वारा अपनी सेना को भेजना अमेरिका को अच्छा नहीं लगा है।”

    उन्होनें आगे कहा, “हम आज रूस को सलाह दे रहे हैं कि वह मदुरो प्रशासन का सहयोग करना बंद करे और देशवासियों के हित के लिए जब तक शान्ति स्थापित ना हो जाए, तब तक वेनेजुएला में प्रवेश ना करे।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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