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    हनोई सम्मेलन के लिए जाते किम जोंग उन

    उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन बुधवार को रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से पहली आधिकारिक मुलाकात के लिए ट्रेन से रावण हो चुके हैं। योनहाप न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, यह ट्रेन व्लादिवोस्टोक पंहुचने में तक़रीबन 20 घंटे का समय लेगी। इस शहर में दोनों नेताओं की संभावित मुलाकात होगी।

    रूस की यात्रा

    सम्मेलन के दौरान किम जोंग उन और व्लादिमीर पुतिन द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगे। इसमें कोरियाई पेनिनसुला में परमाणु निरस्त्रीकरण और क्षेत्रीय सहयोग शामिल है। विगत फरवरी में हनोई में डोनाल्ड ट्रम्प के साथ किम जोंग उन की मुलाकात बगैर किसी समझौते के रद्द हो गयी थी।

    वार्ता के दौरान अमेरिका और उत्तर कोरिया परमाणु प्रतिबन्ध में रिआयत देने के मतभेदों को कम नहीं कर सके और वार्ता खत्म हो गयी थी। इस वार्ता के बाद किम वैश्विक देशों के साथ अपने संबंधों को मज़बूत करने के कार्य में जुट गए थे।

    हनोई सम्मेलन के लिए इस्तेमाल की गयी ट्रेन से ही वह रूस की भी यात्रा करेंगे। वह पियोंगयांग से ट्रेन में सवार हुए थे और 60 किलोमीटर का सफर तय कर वियतनाम सीमा से लगे शहर डांग डाँग पंहुचे थे बेटे आठ वर्षों के बाद किम जोंग उन और व्लादिमीर पुतिन के बीच यह पहली मुलाकात है।

    आठ वर्षों बाद मिलन

    इससे पूर्व रूस के तत्कालीन राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव ने साल 2011 में उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग इल से मुलाकात की थी। एक वर्ष के अंतराल में किम जोंग उन ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से चार दफा मुलाकात की है लेकिन वह अब इस गतिरोध में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को अपने पाले में लाना चाहते हैं।

    साल 1980 में सोवियत संघ के विघटन के दौरान उन्होंने पियोंयांग को दी जाने वाली सहायता में कमी कर दी और इससे उत्तर कोरिया पर काफी प्रभाव पड़ा था। इसके बाद चीन ने पियोंगयांग का हाथ थामा था और अब बीजिंग उत्तर कोरिया का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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