Thu. Mar 28th, 2024
    रियान पराग

    17 वर्षीय बल्लेबाज रियान पराग, जो हाल में खत्म हुए आईपीएल सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ अपनी टीम राजस्थान रॉयल्स को जीत दर्ज करवाने के बाद सुर्खियो में आए था उन्होने स्वीकार किया है कि वह महिला बल्लेबाज स्मृति मंधाना की बल्लेबाजी के अंदाज को कॉपी करने का प्रयास करते है।

    मंधाना उन चंद बल्लेबाजों में शामिल हैं जिनकी पराग प्रशंसा करते हैं और उनसे प्रेरणा लेते हैं।

    पराग रेड बुल कैंपस क्रिकेट के आयोजन से जयपुर में कहा, ” मेरे पिता भी मेरे आदर्शो में से एक है। वह मेरे आदर्श में पहले स्थान पर आते है। उसके बाद सचिन तेंदुलकर सर और विराट कोहली है। और महिला क्रिकेट में, मैंने स्मृति मंधाना का अनुसरण किया है क्योंकि वह चश्मा पहनती थीं और बास बल्ले से खेलती थीं। मैं उस समय बहुत युवा था। जिस प्रकार वह गेंद को टाइम करती है वह बहुत शानदार होता है। मैंन कई बार उन्हे कॉपी करने का प्रयास किया है लेकिन यह काम नही किया।”

    शायद, पराग उन कुछ पुरुष क्रिकेटरों में से एक हैं जो महिला क्रिकेटरों के उत्साही प्रशंसक हैं।

    उन्होने आईपीएल में खेलने के अपने अनुभव का भी खुलासा किया। पराग ने कहा, “मैंने अपने पहले आईपीएल स्टिंट से बहुत कुछ सीखा है। आईपीएल में आप अपनी आदर्श और खेल की दिग्गजो के साथ खेलते हैं। सिर्फ ड्रेसिंग रूम साझा करना ही असली था।”

    उन्होंने आगे कहा कि वह नेट्स में बल्लेबाजी करना पसंद नहीं करते क्योंकि उन्हें ‘लॉक’ लगता है। “वास्तव में, मैं नेट्स में बल्लेबाजी से नफरत करता हूं। यह सिर्फ बंद वातावरण है। मुझे लगता है कि किसी ने मुझे पकड़ लिया है और मैं कैद और बंद जैसा हूं।”

    उन्होने आगे कहा, ” मैचों से पहले भी, मैं जितने संभव हो उतने छक्के मारने की कोशिश करता हूं।”

    इस साल के आईपीएल से अपने सबसे चुनौतीपूर्ण पल के बारे में पूछे जाने पर पराग ने कहा: “कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मैच से पहले जिस समय मैं वास्तव में नर्वस महसूस कर रहा था। ईडन गार्डन्स में मेरा शानदार रिकॉर्ड नहीं है। केकेआर के खेल से पहले, मैंने तीन पारियों में नौ रन बनाए थे। तो इस दिन मैंने जो दस्तक दी, वह मेरे लिए इस सीजन में सबसे खास है। मुझे लगता है कि दबाव मेरे ए-गेम को बाहर लाता है।”

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *