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    युवराज सिंह

    2011 विश्वकप के मैन ऑफ द टूर्नामेंट और बाएं हाथ के बल्लेबाज युवराज सिंह ने प्रथम-श्रेणी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यांस लेने के लिए अब गंभीरता से विचार करना शुरु कर दिया है। युवराज सिंह इस साल आईपीएल में मुंबई इंडियंस की टीम के लिए केवल 4 मैचो में हिस्सा रहे थे और उसके बाद उन्हें पूरा टूर्नामेंट बेंच पर बैठकर देखना पड़ा।

    युवराज सिंह ने भारत की राष्ट्रीय टीम से अपना आखिरी वनडे मैच 2 साल पहले 17 जून 2017 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। वही आखिरी टी-20 मैच उन्होने इंग्लैंड के खिलाफ 1 फरवरी 2017 को खेला था। उसके बाद युवराज सिंह टीम के सीमित ओवर के क्रिकेट की योजनाओं से दूर है क्योंकि वह लंबे समय से बेकार फॉर्म से गुजर रहे है

    इसके अलावा, यह भी पता चला है कि बाएं हाथ का बल्लेबाज, जो कभी भारतीय टीम में एक महत्वपूर्ण हिस्सा था, ने महसूस किया है कि उसके पास वापसी करने का कोई मौका नहीं है। इसलिए अब उन्होने विदेशी टी 20 लीग में खेलने के बारे में सोचा है और वह उसी के लिए बीसीसीआई से अनुमति मांग रहे है। अगर बीसीसीआई से उन्हे विदेशी टी-20 लीग खेलने की अनुमति मिल जाती है तो प्रशंसक उन्हे अगले सीजन से आईपीएल खेलते हुए भी नही देख पाएंगे।

    युवराज सिंह को आयरलैंड और हॉलैंड में ग्लोबैट टी 20 कनाडा और यूरो टी 20 स्लैम के प्रस्ताव मिलते रहे हैं लेकिन इनमें भाग लेने के लिए उन्हें बीसीसीआई से भी अधिक स्पष्टता चाहिए।
     टाइम्स के अनुसार, इस घटनाक्रम के करीब स्रोत ने उद्धृत किया, “युवराज अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से सन्यांस लेने के बारे में सोच रहे है। वह बीसीसीआई से बात करना चाहते हैं और जीटी 20 (कनाडा), आयरलैंड में यूरो टी 20 स्लैम और हॉलैंड जैसे टूर्नामेंटों में अपने व्यापार को चलाने पर अधिक स्पष्टता प्राप्त करना चाहते हैं, जैसा कि उनके पास प्रस्ताव है।”

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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