Wed. Apr 24th, 2024
    नरेंद्र मोदी भाजपा बैठक

    वर्ष 2018 के अंत तक राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने प्रस्तावित है। अगले वर्ष के अंत तक राजस्थान के अलावा देश के 3 अन्य राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। इनमें से मिजोरम के अलावा शेष सभी जगहों पर भाजपा सत्ता में है। 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ में क्लीन स्वीप किया था वहीं मध्य प्रदेश में उसे महज 2 सीटों पर हार मिली थी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने स्पष्ट किया था कि वह 2019 लोकसभा चुनावों में इन राज्यों में क्लीन स्वीप की उम्मीद करते हैं। इसके मद्देनजर भाजपा अब अपना हर कदम फूँक-फूँक कर बढ़ा रही है। भाजपा राजस्थान में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करने जा रही है। विधानसभा चुनावों की तैयारियों का जायजा लेने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार, 29 अगस्त को महाराणा प्रताप की भूमि उदयपुर में होंगे।

    मेवाड़ क्षेत्र को राजस्थान में भाजपा का गढ़ कहा जाता है। 2013 के विधानसभा चुनावों में क्षेत्र की 28 में से 25 विधानसभा सीटों पर भाजपा ने अपना कब्ज़ा जमाया था और कांग्रेस सिर्फ 3 सीटें जीत सकी थी। भाजपा का लक्ष्य है कि वह आगामी विधानसभा चुनावों में मेवाड़ क्षेत्र में क्लीन स्वीप करे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे को भी इसी रणनीति का आगाज माना जा रहा है। राजस्थान के गृहमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य गुलाब चन्द कटारिया भी इसी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह राजस्थान भाजपा के बड़े नेता माने जाते हैं। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बाद वह राजस्थान सरकार में नंबर 2 की हैसियत रखते हैं।

    मेवाड़ में लगातार सक्रिय रही है कांग्रेस

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी पिछले दिनों बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने इसी क्षेत्र में आये थे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट भी काफी अरसे से मेवाड़ क्षेत्र में सक्रिय हैं। ऐसे में भाजपा यह कतई बर्दाश्त नहीं करेगी कि उसके गढ़ में कांग्रेस किसी भी तरह की कोई सेंधमारी करे। यह क्षेत्र गुजरात-राजस्थान सीमा पर स्थित है और गुजरात में भी इस वर्ष के अंत तक विधानसभा चुनाव हैं। हाल ही में आई बाढ़ की चपेट में दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्र आये थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह रैली एक साथ दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों के मतदाताओं को साधने का काम करेगी। इस रैली में गुजरात से भी बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता शामिल हो सकते हैं। यह रैली दोनों राज्यों के कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम करेगी।

    27,000 करोड़ की लागत की सड़क योजनाओं का करेंगे शिलान्यास और उद्घाटन

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने उदयपुर की यात्रा के दौरान 27,000 करोड़ रूपये के लागत की 95,00 सड़क योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। उदयपुर के खेलगाँव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैली के माध्यम से इन सड़क योजनाओं की शुरुआत करेंगे। इसे चुनाव पूर्व भाजपा का डेवेलपमेंट कार्ड कहा जा रहा है। सड़क योजनाओं में नेशनल हाईवे, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ग्रामीण सड़कें और राजस्थान सरकार के गौरव पथ जैसी फ्लैगशिप योजनाएं शामिल हैं।

    मोदी का उदयपुर दौरा
    रैली में गडकरी भी रहेंगे मौजूद

    केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में 15,000 करोड़ की लागत से बनने वाली 3,000 किलोमीटर लम्बी नेशनल हाईवे की सड़कों के निर्माण को हरी झंडी दिखाएंगे। नेशनल हाईवे की 873 किलोमीटर लम्बी 11 योजनाओं का स्वयं फीता काटकर उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम में राजस्थान सरकार के फ्लैगशिप योजना गौरव पथ के तहत 4,000 गौरव पथों के निर्माण की भी शुरुआत होगी।

    मुख्यमंत्री वसुंधरा ने संभाली तैयारियों की कमान

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी यात्रा के दौरान साढ़े तीन घंटे तक उदयपुर में रहेंगे। उनकी आगवानी के लिए शहर को रंग-रोगन कर चमकाया जा रहा है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे स्वयं उदयपुर जाकर तैयारियों का जायजा ले रही हैं। राज्य सरकार के आधा दर्जन मंत्री और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के चेयरमैन कार्यक्रम की तैयारियों के मद्देनजर शहर में डेरा डाले हुए हैं। सभा स्थल खेल गाँव में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं और वाटरप्रूफ टेंट्स की व्यवस्था की गई है। संघ परिसर, एयरपोर्ट और खेल गाँव में विशेष आयोजन की तैयारी की जा रही है ताकि सुविधानुसार कार्यक्रम का आयोजन कहीं भी किया जा सके।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।