Fri. Apr 19th, 2024
    मैसेज के जरिए ठगी

    आरबीआई के नाम पर प्राइज मनी ​जीतने का दावा करने वाले ठगों के खिलाफ लोगों को सर्तक रहने के लिए खुद भारतीय रिजर्व बैंक ने एक एसएमएस अभियान शुरू किया है। ऐसी ठगी से बचने के लिए आरबीआई ने एक ‘मिस्ड कॉल’ हेल्पलाइन नं. शुरू किया है।
    अक्सर हम सभी के मोबाइल पर धोखेबाज कॉल करते हैं या फिर मैसेज के जरिए लॉटरी, पुरस्कार राशि आदि जीतने की जानकारी देते हैं। यही नहीं इस पुरस्कार राशि के भुगतान के लिए बैंक खाते आदि की पूरी जानकारी मांगते हैं।

    बतौर उदाहरण एक व्यक्ति को एसएमएस आया जिसमें उससे कहा गया कि फंड पाने के लिए “रिजर्व बैंक ऑर्डर शुल्क प्रभार” के रूप में 9500 रूपए जमा कीजिए। मैसेज यह भी लिखा गया था कि पूरा पैसा पाने के लि आप अपना बैंक खाता, आधार और पते का विवरण भेजें, बदले में आपको पूर्व ब्रिटिश शासकों से बरामद किए गए धन के एक हिस्से के रूप में 2 करोड़ रूपए मिलेंगे।

    गौरतलब है कि आरबीआई इस तरह की धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ लोगों को सतर्कता नोटिस जारी कर रही है। इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए लोगों को आरबीआई ने मैसेज भेजना शुरू कर दिया है। यही नहीं रिजर्व बैंक ने एक ‘मिस्ड कॉल’ हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किया है, जो शिकायतकर्ता को ऐसे ठगबाजों से बचने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करता है।

    रिजर्व बैंक की अपील और हेल्पलाइन नंबर

    भारतीय रिजर्व बैंक ने लोगों को एक मैसेज भेजा है, जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि आरबीआई/आरबीआई गवर्नर/सरकार ऐसे ईमेल अथवा कॉल कभ नहीं करता है। ऐसी किसी भी समस्या के लिए हेल्पलाइन नंबर पर 8691960000 पर एक मिस्ड कॉल दें। इसके बाद आरबीआई ठगी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के लिए जानकारी उपलब्ध कराती है। जिसमें स्थानीय पुलिस की साइबर सेल से लेकर sachet.rbi.org.in पर शिकायत दर्ज करना शामिल है।

    इस उपरोक्त जानकारी के लिए अलावा मैसेज यह स्पष्ट किया गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक व्यक्तिगत तौर पर कभी खाता नहीं खोलता है, और ना ही कॉल या एसएमएस के जरिए किसी को दिगभ्रमित करता है। यही नहीं रिजर्व बैंक एसएमएस या फोन कॉल के जरिए किसी ​बैंक खाते संबंधी विवरण मांगता है।

    आरबीआई के अनुसार इस हेल्पलाइन नंबर जारी करने का उद्देश्य मात्र इतना है कि रिजर्व बैंक किसी से कभी भी कोई बैंक डिटेल्स नहीं मांगता है। ऐसे कॉल या एसएमएस केवल धोखबाजों द्वारा किए जाते हैं जो भोलभाले लोगों को प्राइज मनी या लॉटरी जीतने आदि के नाम पर अपनी ठगी का शिकार बनाते हैं।