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    महादायी नदी कर्नाटक बैंगलोर

    कर्नाटक के संगठनों की राज्य व्यापक बंद का असर पूरे कर्नाटक में दिखाई दिया। जहाँ स्कूल-कालेज बंद थे वही बसें भी सड़कों से नदारद थी। यह बंद महादइ नदी के पानी के विभाजन के विरोध में बुलाया गया था। यह सब तब हो रहा था, जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह मैसूर में बीजेपी की परिवर्तन रैली के सिलसिले में एक सभा को संबोधित कर रहे थे।

    इसी तरह के बंद का आयोजन 4 फरवरी को भी किया जाएगा। यह बंद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली वाले दिन ही होगा, जिससे बीजेपी को एक बार फिर कांग्रेस पर हमला करने का मौका मिला गया है। आपको यह बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है। कर्नाटक में होने वाले आगामी चुनावों के मद्देनजर महादइ नदी का मुद्दा दोनों पार्टियों के लिए अहम है।

    इस बंद में निम्न 7 घटनाएं मुख्य थी:

    1. बेंगलुरु के सभी स्कूल-कालेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई हैं। बेंगलुरु विश्वविद्यालय में होने वाली स्नातक और स्नातकोत्तर की परिक्षाएं, 6 फरवरी को टाल दी गई हैं।
    2. सड़कों पर बसें नही चल रही परंतु उनकी भरपाई ओला,उबर और मेट्रो से पूरी हो गई है।
    3. नम्मा मेट्रो के प्रवक्ता ने कहा कि,”अगर कोई सुरक्षा का मुद्दा हुआ तभी हम सेवाएं रोकेंगे।”
    4. एमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध हैं। दवाओं की दुकानें चलेगी।
    5. 15,000 पुलिस के जवानों को राज्य भर में तैनात कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति बहाल करने की गुजारिश की है।
    6. बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह बंद को समर्थन दे रही हैं।
    7. कर्नाटक और गोवा दोनों में महादइ नदी को लेकर विवाद है। महादइ उत्पन्न तो कर्नाटक में होती हैं पर उसका अधिक हिस्सा गोवा में है। विवाद दो दशक पुराना है जब कर्नाटक ने नदी पर बाँध बना उसे कर्नाटक की तरफ़ करने की कोशिश की।