Fri. Apr 19th, 2024
    भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी

    महान राष्ट्र भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के अहिंसा परमो धर्म के सिद्धांत से विश्व के कई दिग्गज नेता प्रेरित हैं इसमें अफ्रीकी आज़ादी के महानायक नेल्सन मंडेला और मार्टिन लूथर किंग का नाम शामिल है। अमेरिका के सांसद के मुताबिक, ऐसे प्रभावशाली व्यक्तित्व को इस वर्ष कांग्रेशनल गोल्ड मेडल से नवाजना चाहिए। यह अवार्ड अमेरिका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।

    अमेरिकी सर्वोच्च सम्मान

    इस वर्ष महात्मा गाँधी की 150 वीं वर्षगाँठ है। कांग्रेस की न्यूयॉर्क से सांसद कैरोलिन मालोनी ने कहा कि “गाँधी वाकई एक प्रभावशाली नेता थे, ऐतिहासिक पहचान थे।” उन्होंने बीते वर्ष सितम्बर में यूएस हाउस ऑफ़ रेप्रेसेंटिव में एक बिल प्रस्तावित किया था जिसमे इस वर्ष का सर्वोच्च नागरिक सम्मान से महात्मा गाँधी को सम्मानित करने की मांग की गयी थी। क्योंकि वह सदैव अहिंसा के प्रचारक थे।

    मालोनी ने कहा कि “महात्मा गाँधी कई मार्गो में परिवर्तनकारी थे और सभी अमेरिकियों और विश्व के लोगो के लिए प्रेरणा थे।” वह न्यूयॉर्क में आयोजित भारतीय दूतावास में एक समारोह, नॉन वायलेंस: ए मैसेज ऑफ़ लार्ड महावीर को सम्बोधित कर रही थी।

    उन्होंने कहा कि “नेल्सन मंडेला और किंग ने अपनी अहिंसा की नीति के लिए महात्मा गाँधी से मिली प्रेरणा बताई थी और दोनों को ही कांग्रेशनल गोल्ड मैडल से नवाजा जा चुका है। दोनों नेताओं के लिए प्रेरणादायक महात्मा गाँधी थे और उन्हें भी इस सम्मान से नवाजा जाना चाहिए।”

    “जियो और जीने दो”

    उन्होंने अमेरिकी-भारतीय समुदाय से कांग्रेस के सदस्यों और राष्ट्र में दोस्तों से विधान के सह प्रायोजक बनकर महात्मा गाँधी को इस अवार्ड से नवाजने में सहयोग देने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि “हम सीनेट के प्रायोजक के लिए कार्य कर रहे हैं। हम इसे इस वर्ष पारित कर देंगे और विश्व को दिए उनके नेतृत्व और तोहफे का सम्मान करेंगे। इस विशेष वर्ष में राष्ट्रीय सर्विस के दिन के लिए हमें एकजुट होकर कार्य करना चाहिए।”

    अमेरिकी सांसद ने कहा कि “हमारा उनका स्मरण और गाँधी के जीवन भर के कार्य के लिए शुक्रिया अदा करना है लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। महात्मा गाँधी ने अहिंसा के मार्ग पर बढ़कर भारत को आज़ादी दिलाई थी।” कॉन्सुल जनरल संदीप चक्रवर्थी ने कहा कि “गाँधी सामाजिक धरा से विपरीत दिशा की तरफ बहने वाले अमेरिकी कवि और दार्शनिक हेनरी डेविड थोरेओ के सिद्धांतो और कार्यो से काफी प्रभावित थे और इसे उन्होने अपने जीवन में उतारा था।”

    मालोनी ने कहा कि “भारत और अमेरिका विश्व की सबसे प्राचीन और बड़े लोकतांत्रिक देश है, इनमे कई समानताएं है, एकसमान मूल्य हैं और काफी वक्त से दोनों मुल्क सहयोगी है।” उन्होंने कहा कि “वह भगवान महावीर के सबसे महत्वपूर्ण सन्देश “जियो और जीने दो” से वाकिफ नहीं थी। यह नारा अमेरिका का सबसे मशहूर उल्लेखों में से एक है।”

    इस समारोह में आईएएफ की अध्यक्ष और संस्थापक नीता जैन, उत्तर अमेरिका के जैन विश्व भारती से समानी मलय प्रागजी और समानी निति प्रागजी मौजूद थी। इस समारोह में बच्चों ने सांस्कृतिक गीत और नृत्य का प्रदर्शन भी किया था।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *