Fri. Apr 19th, 2024

    मध्यप्रदेश पुलिस ने पिछले हफ्ते एक ऐसे मुजरिम को पकड़ा जोकी अब तक 33 लोगों का खून कर चूका हैं। पुलिस द्वारा गिरफ्तार इस आरोपी की पहचान आदेश खामबरा के रूप में की गयी हैं।

    पुलिस के अनुसार, 48 साल के आदेश खामबरा पेशे से टेलर हैं। पूछताछ के बीच पुलिस को कई बातों का पता चला, जिसमें खामबरा के कबुल किया की उसने कमसे कम 30 ट्रक ड्राइवर्स और हेल्पर्स की हत्या की हैं। हत्या करने के पीछे उसने बताया की वह ट्रैक में ले जा रहे माल को लुट कर ट्रक बेच दिया करता था।

    ज्यादा पैसे कमाने के लिए टेलर से खुनी बने आदेश खामबरा ने पुलिस के बताया की वह एक कॉन्ट्रैक्ट किलर हैं और उसके 6 से ज्यादा गैंग्स से संबंध हैं।

    मध्य प्रदेश पुलिस आधिकारी राहुल कुमार लोढ़ा ने पत्रकारों को बताया, “50 टन लोहे को रोड्स को ले जा ट्रक मंदीप इंडस्ट्रियल एरिया से बाहर जाने के बाद लापता होने की खबर पुलिस को मिली। प्राइवेट कंपनी द्वारा पुलिस में कंप्लेंट दर्ज किए जाने के बाद पुलिस ने खोज शुरू कर दी।”

    “तहकीकात के दौरान पुलिस को अयोध्या नगर के पास ट्रक ड्राईवर माखन सिंह की लाश मिली। उअर माखन सिंह की लाश मिलने के तीन दिन बाद पुलिस को ट्रक भी मिला लेकिन ट्रक खाली था। लोहे के रोड्स खरीदने वाले सात लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उनसे की गयी पूछताछ में खामबरा को मंडीदीप से पकड़ा गया।”

    खामबरा ने पुलिस का बताया की किस प्रकार वह ट्रक ड्राइवर्स के साथ दोस्ती कर उनके खाने में ड्रग्स मिलाया करता था। उसके बाद खामबरा और उसके साथी ट्रक को वीरान जगहों ले जाकर ट्रक ड्राईवर की लाश दफ़न करते थे।

    खामबरा द्वारा किए गए सनसनी खुलासे के बाद मध्यप्रदेश पुलिस ने बिहार, उत्तरप्रदेश पुलिस को सतर्क कर दिया हैं। इस केस के तह तक पहुँचनें के लिए कई टीमों का गठन किया गया हैं और उन्हें बिहार और उत्तरप्रदेश भेजा गया हैं।

    पुलिस के अनुसार पेशे से टेलर खामबरा, 2010 में झाँसी के गैंग के संपर्क में आए और जल्दी पैसे कमाने के लालच में उन्होंने गैंग ज्वाइन कर लिया। पहले उनका काम ट्रक ड्राइवर्स के साथ दोस्ती करना और उन्हें शराब पिलाना था। लेकिन वह उन्हें मारने भी लग। नागपुर पुलिस ने खामबरा की 2014 में गिरफ्तार किया था मगर वह जमानत पर छुट गया।

    मध्यप्रदेश पुलिस के डीजीपी आरके शुक्ला ने कहा, “भोपाल पुलिस की यह बड़ी उपलब्धी हैं। यह गुट पासके राज्यों में सक्रीय हैं। प्राथमिक जांच में यह पता चला हैं, की यह गुट पुरे देश में सक्रीय हैं।”

    By प्रशांत पंद्री

    प्रशांत, पुणे विश्वविद्यालय में बीबीए(कंप्यूटर एप्लीकेशन्स) के तृतीय वर्ष के छात्र हैं। वे अन्तर्राष्ट्रीय राजनीती, रक्षा और प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज में रूचि रखते हैं।

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