Wed. May 8th, 2024
भारत सरकार ने यूट्यूब पर व्यापक पैमाने पर फैली फर्जी खबरों पर बोला हमला

चालीस से अधिक फैक्ट-चेक श्रृंखला के क्रम में प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो की फैक्ट-चेक इकाई ने यूट्यूब के तीन चैनलों का पर्दाफाश किया है। इन चैनलों द्वारा देश में फर्जी खबरें फैलाया जा रही थी। इन यूट्यूब चैनलों के लगभग 33 लाख सब्सक्राइबर थे। इनके लगभग सभी वीडियो फर्जी निकले, वहीं इन चैनलों को 30 करोड़ से अधिक व्यूज मिलें हैं।

यह पहली बार है जब प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो ने सोशल मीडिया पर व्यक्तियों द्वारा झूठी बातें फैलाने को मद्देनजर रखते हुए सभी यूट्यूब चैनलों को उजागर किया है। प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो ने तथ्यों की जो पड़ताल की है, उनमें- ‘न्यूज़ हेडलाइंस’, ‘सरकारी अपडेट’ एवं ‘आज तक LIVE’ नामक चैनल शामिल है।

यूट्यूब के ‘न्यूज़ हेडलाइंस’ चैनल माननीय सर्वोच्च न्यायालय, माननीय मुख्य न्यायाधीश, सरकारी योजनाओं, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों, कृषि ऋणों को माफ करने आदि के बारे में झूठी और सनसनीखेज खबरें फैलाते हैं। इनमें फर्जी खबरें भी शामिल रहती हैं। उदाहरण के लिये इन फर्जी खबरों में सर्वोच्च न्यायालय यह आदेश देने वाला है कि भावी चुनाव मतपत्रों द्वारा होंगे; सरकार बैंक खाताधारियों, आधार कार्ड और पैन कार्ड धारकों को धन दे रही है; ईवीएम पर प्रतिबंध आदि खबरें शामिल हैं।

2.26 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर वाला एक यूट्यूब चैनल ‘सरकारी अपडेट’ भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में फेक न्यूज़ का प्रचार करता पाया गया। वहीं यूट्यूब चैनल ‘आज तक LIVE’ फेक न्यूज़ का एक और अड्डा है। 65,000 से अधिक ग्राहकों के साथ, यूट्यूब चैनल विभिन्न व्यक्तियों की मृत्यु के बारे में झूठे दावे और सरकारी निर्णयों के बारे में गलत सूचना फैलाता है।

यूट्यूब के इन चैनलों के बारे में गौर किया गया कि ये फर्जी और सनसनीखेज थंबनेल लगाते हैं, जिनमें टीवी चैनलों के लोगो तथा उनके न्यूज एंकरों की फोटो होती है, ताकि दर्शकों को यह झांसा दिया जा सके कि वहां दिये गये समाचार सही हैं। इन चैनलों के बारे में यह भी पता लगा है कि ये अपने वीडियो में विज्ञापन भी चलाते हैं तथा यूट्यूब पर झूठी खबरों से कमाई कर रहे हैं।

प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो की फैक्ट-चेक इकाई की कार्रवाई के क्रम में पिछले एक वर्ष में सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक सौ से अधिक यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक कर दिया है।

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