Fri. Mar 29th, 2024

    उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बुधवार को भगवा रंग की 50 बसें चलाई, जिन्हे संकल्प यात्रा का नाम दिया गया है। योगी आदित्यनाथ भी उन्ही रंगो की राजनीती करते नज़र आ रहे है जो पहले मायावती और अखिलेश करते थे। मायावती की बसपा का नीला रंग और अखिलेश का लाल और हरा रंग, अब योगी की सरकार में भगवा में बदल गया है। योगी ने जिन 50 बसों वाली योजना ‘संकल्प यात्रा’ का उद्घाटन किया है, वह सब भगवा रंग की है।

     

    क्या है संकल्प यात्रा

    संकल्प यात्रा उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा चलाया गया एक अभियान है। इस अभियान के तहत मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि संकल्प यात्रा के दौरान चलाई 50 बसें लगभग 6000 गांवो को जोड़ेगी, जिससे करीब 13 लाख लोगो को फायदा होगा। यह बसें पिछली सरकारों द्वारा चलाये गए अभियानों के तहत ही चलाई गई है। समाजवादी पार्टी की सरकार ने यूपी में लोहिया ग्रामीण सेवा और मायावती सरकार में शुरू हुई सर्वजन हिताय बस सेवा के अनुरूप ही इस अभियान को देखा जा रहा है।

    कौन-कौन होगा प्रभावित इस नए कदम से

    योगी आदित्यनाथ ने इस सेवा को लखनऊ के पांच कालिदास मार्ग पर हो रहे कार्यक्रम से इन बसों की शुरुआत की। उन्होंने इस सेवा को शुरु करते हुए कहा कि जो अभी बसें परिवहन विभाग द्वारा चलाई जाएगी उनका किराया 30% तक कम होगा, जिससे आम लोगो को फायदा होगा। सीएम ने आगे कहा कि फिलहाल 50 बसें शुरू की जा रही है, धीरे-धीरे इन्हे ग्रामीण इलाको के साथ जिला मुख्यालयों से भी जोड़ा जायेगा, जिससे लगभग 22 करोड़ की आबादी को बेहतर परिवहन सेवाएं मिलेगी।

    योगी ने आगे कहा कि परिवहन विभाग को भी उसके आय के स्त्रोत बढ़ने होंगे, तभी लोगो को बेहतर सुविधाएं दी जा सकेंगी। उन्होंने आगे आधुनिकता की बात करते हुए कहा कि इसके लिए अत्याधुनिक बस स्टैंड का निर्माण कराया जायेगा, इन् बसों के लिए अच्छे गौरव मार्ग भी बनाये जायेंगे।

     

    बसों के अलावा ओर भी कई जगह रंगा जायेगा भगवा

    उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केवल बसों के रंग नहीं बदले है। उन्होंने प्रदेश के बच्चों के स्कूल बैग, सरकारी बुकलेट ओर फर्नीचर का रंग भी भगवा कर दिया है।

    प्राथमिक कक्षा के बच्चो के स्कूली बैग पर जो अखिलेश यादव की तस्वीर थी, उन बैग को बदल कर योगी ने उनका रंग भगवा कर दिया है। इससे पहले अगस्त में हुए खिलाड़ियों के सम्मान ‘लक्ष्मण ओर रानी लक्ष्मी बाई अवार्ड’ में जो सर्टिफिकेट दिए गए थे, वह भगवा रंग में थे, इसके अलावा जो सरकार ने अपनी बुकलेट छपवाई थी जिसमे अवार्ड्स ओर खिलाड़ियों के बारे में लिखा था, उसका रंग भी भगवा था।

    इनफार्मेशन डिपार्टमेंट द्वारा जो वार्षिक डायरी प्रकाशित की जाती हैं, जिसमे सभी मंत्री से के विभाग ओर उनसे सम्पर्क की जानकारी होती है, उसकी पृष्ठभूमि भी भगवा थी। इस रंग के साथ ही उस कवर पर बीजेपी को जन्म देने वाले ‘जनसंघ’ के महासचिव रहे दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीर के साथ, पीएम मोदी ओर सीएम योगी की तस्वीर भी थी। इस डायरी की बात करे तो सपा सरकार के वक़्त इसका रंग लाल हुआ करता था ओर मायावती की सरकार के वक़्त इसका रंग नीला हुआ करता था।

    सचिवालय विभाग के भी आईडी कार्ड के पत्तो का रंग बदलकर भगवा कर दिया है। इसी प्रकार विभागों के फर्नीचर का रंग भी भगवा कर दिया गया है।

     

    क्यों किया गया हर जगह भगवा

    हर जगह हो रहे इस रंग परिवर्तन के बारे में जब कैबिनेट मिनिस्टर ओर बीजेपी के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा को पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमे सभी रंग अच्छे लगते है। परन्तु भगवा हमारा पसंदीदा रंग है क्योकि भगवा त्याग, शौर्य ओर बलिदान का प्रतिक है। हमारे झंडे में भी भगवा रंग है। भगवा हमारी निजी पसंद है किसी को इस चीज़ पर सवाल नहीं होना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि इन सब चीज़ो में भगवा होना एक केवल संयोग है, हमारी सरकार ने इस मामले में कोई ऐसा कदम नहीं उठाया है, हमारी सरकार सबके लिए है, हम सबका साथ ओर सबका विकास की बात करते है। हमारी योजनाओ से सभी वर्ग के लोगो को फायदा हुआ है और आगे भी होगा, हमारी सरकार पिछली सरकार की तरह कोई भेदभाव नहीं करती है।

     

    2019 चुनाव पर है निशाना?

    बीजेपी की जिस राज्य में सरकार है वहां अब बीजेपी ने अगले चुनाव के लिए कवायदे करना शुरू कर दी है। गुजरात में और महराष्ट्र में जहां फिलहाल भारतीय जनता पार्टी की सरकार है उन्होंने वह अपने बस स्टैंड का रंग बदल कर भगवा करना शुरू कर दिया है। इसी तरह लोकसभा की जीत के लिए सबसे बड़ा राज्य कहा जाने वाले यूपी में भी बीजेपी ने अपना भगवा रंग फैलाना शुरू कर दिया है। इसी उत्तरप्रदेश से पिछले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 80 मे से 71 सीटें जीती थी। अब उसी उत्तरप्रदेश को लेकर इस बार चुनावी मैदान में बीजेपी उतरने वाली है।

    उत्तरप्रदेश सरकार ने इसके लिए पहलकदमी शुरू कर दी है जहां यूपी सरकार ने एकतरफ बसों, सरकारी कागज़ो और स्कूली बैग का रंग बदल कर भगवा कर दिया है, वहीँ दूसरी ओर योगी सरकार ने अयोध्या में भगवान राम की भव्य प्रतिमा को बनाने का निर्णय लिया है निश्चित ही यह निर्णय 2019 में आ रहे चुनावो में बीजेपी के लिए एक मुद्दा बनकर उभरे जिस पर ये चुनाव लड़ सके। अब देखना यह है कि बीजेपी अब भी इसी तरह की धर्म की राजनीती पर चुनाव लड़ती है या उनके पास कोई और मुद्दा या विषय होगा।