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    पश्चिम बंगाल में हो रहे विधानसभा चुनाव के बीच केंद्रीय गृह मंत्री की सोमवार को हुई चुनाव प्रचार रैली में जय श्री राम नारे का प्रयोग करते हुए ममता बनर्जी की सरकार पर तंज कसा है। अमित शाह ने कहा कि बंगाल के लोगों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के द्वारा किए जाने वाले अन्याय के विरुद्ध आवाज उठा कर “जय श्री राम” नारे का प्रयोग किया है। जय श्री राम बंगाल के लोगों का एक नारा है, जो अन्याय के खिलाफ लड़ रहे हैं ना कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा तैयार की गई राजनीतिक या धार्मिक रैली के लिए है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कथित पक्षपात, भ्रष्टाचार और अयोग्यता के लिए आड़े हाथों ले लिया।

    जय श्री राम आवाज बुलंद करने का नारा है

    “मेरा मानना है कि बंगाल में जय श्री राम अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करने का नारा है। यह गरीब किसानों के साथ किया गया अन्याय हैं, चक्रवात अम्फान के पीड़ितों के लिए, चक्रवात बुलबुल के पीड़ितों के लिए, गरीब मछुआरों के लिए, सीएए लागू नहीं होने के कारण नागरिकता से वंचित करने के लिए या किसी ऐसे व्यक्ति के लिए जो घुसपैठियों के कारण रोजगार से बाहर हो गया है। जय श्री राम इन सभी मुद्दों का एक प्रतीकात्मक नारा है”- अमित शाह ने कहा।

    “इसे धार्मिक नारे के रूप में ना देखें। दुर्गा पूजा नहीं होने से बहुत से लोगों को चोट पहुंची है, स्कूल में सरस्वती पूजा को होने से रोका गया है। ऐसे लोगों ने मिलकर जय श्री राम का नारा लगाया और यह लोगों का नारा है ना कि भारतीय जनता पार्टी का”।

    तृणमूल के मुस्लिम मतदाताओं के लिए एक काउंटर अटैक

    भाजपा नेता और उनके समर्थकों द्वारा जय श्री राम का नारा साल की शुरुआत से बंगाल में एक फ्लैशपॉइंट बन गया था। ममता बनर्जी ने नारा बुलंद करते हुए भीड़ द्वारा सामना किया जाने के बाद कई मौकों पर अतिशयोक्ति व्यक्त की थी। विश्लेषकों का कहना है कि भगवा पार्टी ने राज्य में अपने हिंदुत्व की कहानी को प्रचारित करने के लिए इस नारे का उपयोग किया है। जहां विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के कथित मुस्लिम मतदाताओं के लिए एक काउंटर के रूप में है।

    गृह मंत्री अमित शाह ने यह विश्वास भी जताया है कि भाजपा के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने वाली विपक्षी दल और बंगाल के बुद्धिजीवियों द्वारा “भद्रलोक” का प्रचार काम नहीं करेगा।

    8 चरणों वाले बंगाल विधानसभा चुनाव में तीन राउंड अभी और बचे हैं जिस पर भाजपा ने ममता बनर्जी को पछाड़ ने और अहम राज्य छीनने के लिए बोली लगा दी है। पश्चिम बंगाल में अब वोटिंग अप्रैल 22, 26 और 29 तो होनी बाकी है 2 मई को मतगणना से पहले तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा को “बाहरी” पार्टी के रूप में दर्शाने की रणनीति पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है। हालांकि अमित शाह ने बंगाल के लोगों की बुद्धिमता को देखने के लिए विश्वास व्यक्त किया है।

    By दीक्षा शर्मा

    गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली से LLB छात्र

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