Fri. Mar 29th, 2024
    योगी आदित्यनाथ राम मंदिर

    उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी योगी सरकार ने संकेत दिए हैं कि राज्य में पेट्रोल-डीजल की कीमतें नहीं घटेंगी। अभी कुछ दिनों पूर्व ही हुई किसानों की कर्जमाफी से प्रदेश सरकार पर 36,000 करोड़ रूपये का आर्थिक भार पड़ा है। ऐसे में सत्ताधारी योगी सरकार प्रदेश के सरकारी खजाने पर अब और आर्थिक दबाव डालने के मूड में नहीं है। बता दें कि हाल ही में केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाई है और राज्यों ने भी पेट्रोल-डीजल पर वैट दरें घटाई हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार फिलहाल पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाने नहीं जा रही है। इस वजह से निकट भविष्य में सूबे में पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं।

    देशभर में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हो रही बेतहाशा वृद्धि को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों से वैट दरें कम करने को कहा था। गुजरात वैट दरें घटाने वाला देश का पहला राज्य बना था। लेकिन उत्तर प्रदेश के वाणिज्य कर विभाग ने वैट दरें घटाने का कोई भी प्रस्ताव अब तक राज्य सरकार को नहीं भेजा है। इसकी मुख्य वजह उत्तर प्रदेश में वैट दरें पहले से ही अन्य राज्यों की तुलना में कम होना है।

    उत्तर प्रदेश में पेट्रोल और डीजल पर तय वैट चार्ज लगता है। इस वजह से अन्य राज्यों की तरह यहाँ पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि नहीं हो पाती। उत्तर प्रदेश के वाणिज्य कर विभाग की कमाई का बड़ा जरिया पेट्रोल-डीजल पर लगने वाला वैट ही है। हाल ही में हुई किसानों की कर्जमाफी की वजह से उत्तर प्रदेश सरकार के सरकारी खजाने पर 36,000 करोड़ का अतिरिक्त भार पड़ा है। ऐसे में प्रदेश का वाणिज्य कर विभाग नए सिरे से वैट कम करने का पक्षधर नहीं है।

    भोपाल, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, देहरादून, पटना, गुवाहाटी जैसे देश के अन्य दूसरे शहरों के मुकाबले उत्तर प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम हैं। उत्तर प्रदेश में पेट्रोल कई राज्यों की तुलना में 4 रुपए प्रति लीटर तो कई राज्यों की तुलना में 5 रुपए प्रति लीटर सस्ता है। ऐसे में प्रदेश सरकार पर भले ही वैट दरें घटाने का राजनीतिक दबाव आ रहा हो पर वाणिज्य कर विभाग नहीं चाहता कि प्रदेश में वैट दरें कम हो। उत्तर प्रदेश में वैट दरें ना घटाने के विषय में कई अन्य तर्क भी दिए जा रहे हैं। इसकी एक मुख्य वजह है प्रदेश में पेट्रोल और डीजल पर तय वैट राशि जबकि अन्य राज्यों में वैट प्रतिशत में लगने की वजह से काफी ज्यादा हो जाता है। उत्तर प्रदेश में डीजल पर 9.41 रुपए और पेट्रोल पर 16.78 रुपए का तय वैट लगता है जिस वजह से इनकी कीमतों में बेतहाशा वृद्धि नहीं हो पाती।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।