Fri. Mar 29th, 2024
    पुरुषोत्तम रुपाला

    गुजरात विधानसभा चुनाव में अब दूसरे चरण की तैयारियां जोरों पर है। सभी राजनेता इस चुनाव को जीतने के लिए तरह तरह की तरकीब लगा रहें हैं लेकिन जनता तक पहुँचने का रास्ता इतना आसान भी नहीं है। कई बार राजनेताओं को विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है।

    रविवार को केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला को भी अन्य नेताओं की तरह विरोध का सामना करना पड़ा। रूपला मेहसाणा में एक रैली को संबोधित करने आए थे लेकिन यहां जो हुआ उसकी उम्मीद खुद उन्होंने भी कभी नहीं की थी।

    रुपाला यहां दूसरे चरण के चुनाव के लिए प्रचार प्रसार करने आए थे। वो स्टेज पर खड़े होकर भाषण दे रहे थे, तभी वहां पर करीब 200 से ज्यादा महिलाएं आ गईं। महिलाओं ने थाली बेलन के साथ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। महिलाओं के गुस्से को देखते हुए रूपला ने मात्र 5 मिनट में ही स्टेज से उतरना उचित समझा।

    वैसे रूपला कोई पहले ऐसे राजनेता नहीं हैं जिनको इस चुनाव में जनता के विरोध का सामना करना पड़ा। कांग्रेस उपाध्य्क्ष राहुल गाँधी भी जनता के गुस्से से नहीं बच सके। गौरतलब है कि राहुल कल चुनाव प्रचार प्रसार के लिए मंदिर गए थे। मंदिर में दर्शन के बाद जब वो बाहर निकले तो सैकड़ों लोगों की भीड़ ने मोदी-मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए। हालात को भांपते हुए राहुल अपने काफिले के साथ वहां से निकल गए।

    विरोध से विजय रुपानी भी नहीं बच पाए है। उनपर शहीद की बेटी का अपमान करने का आरोप लगा है। ख़बरों के अनुसार प्रचार के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की रैली में एक शहीद की बेटी को घसीटकर बाहर निकालने का वाक्या सामने आया है। कहा जा रहा है कि जिस लड़की के साथ बुरा बर्ताव किया गया, वह शहीद बीएसएफ जवान अशोक तडवी की बेटी है। शहीद की बेटी का आरोप है कि उसके पिता के शहीद होने के बाद सरकार ने उनका कोई ख्याल नहीं रखा।

    इस चुनाव में पहले चरण का फैसला जनता ने ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है। अब खेल दूसरे चरण के लिए जारी है। दूसरे चरण का मतदान 14 दिसंबर को होना है।