Fri. Mar 29th, 2024

    पणजी, 11 जुलाई (आईएएनएस)| भाजपा की सहयोगी पार्टी गोवा फॉरवर्ड के अध्यक्ष और उप-मुख्यमंत्री विजई सरदेसाई ने गुरुवार को कहा कि पर्रिकर शैली की राजनीतिक अब खत्म हो गई है। सरदेसाई की प्रतिक्रिया बुधवार देर रात कांग्रेस के 10 बागी विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद आई है। उन्होंने कहा कि यह घटना सत्तारूढ़ भगवा पार्टी के लिए गठबंधन सहयोगियों की गणितीय प्रासंगिकता को कम करती है। सरदेसाई ने गोवा फॉरवर्ड के भारतीय जनता पार्टी के साथ विलय की संभावना से भी इंकार कर दिया।

    सरदेसाई ने संवाददाताओं से कहा, “पर्रिकर की राजनीति की शैली अब नहीं है। यह मेरे द्वारा नहीं बल्कि उनके बेटे द्वारा कहा जा रहा है। यह गोवा की नई राजनीति का युग है। मुझे नहीं पता कि यह क्या है। निश्चित रूप से, हम समय पर इसे जानेंगे।”

    पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का 17 मार्च को निधन हो गया था। पर्रिकर के बेटे उत्पल ने बुधवार को कहा कि पर्रिकर के भरोसे की राजनीति का ब्रांड 17 मई को समाप्त हो गया। उन्होंने 10 बागी कांग्रेस विधायकों को पार्टी में शामिल करने के भाजपा के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।

    सरदेसाई ने कहा, “मैं एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) में रहना चाहता हूं। यह एक सच्चाई है कि सरकार बनाने में मेरी भूमिका को राजनीतिक उथल-पुथल में मिटाया नहीं जा सकता। यह भूमिका, राजग का नेतृत्व भी है। यह वरिष्ठ साथी के ऊपर है कि वह इस अस्तित्व की स्थिति तय करे”

    सरदेसाई ने कहा कि भाजपा में शामिल होने के लिए कांग्रेस के बागियों की योजना कई महीने पुरानी थी। विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर, जिन्होंने बागियों का नेतृत्व भी किया था, उन्होंने उनसे आग्रह किया था कि वे सरकार को उखाड़ फैंकने के प्रयास में शामिल हों।

    जब सरदेसाई से पूछा गया कि क्या भाजपा को 10 और कांग्रेस के बागियों को अपने पाले में करने की जरूरत है, तो उन्होंने कहा कि सरकार 23 विधायकों के साथ स्थिर थी। उन्होंने कहा, “ऐसा क्यों किया गया है, मुझे अभी तक नहीं पता है। अगर सरकार गिर रही होती, तो मैं समझ सकता था”

    जब सरदेसाई से पूछा गया कि आने वाले दिनों में क्या होगा, तो उन्होंने भाजपा के साथ उनके संबंधों के बारे में राजनीतिक रूप से अटकलें लगाने से इंकार करते हुए कहा, “गोवा में कुछ भी हो सकता है”।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *