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    नेपाल में निर्माण कार्य

    नेपाल के रक्षा मंत्री इश्वोर पोखरेल ने कहा कि “परसा और बारा जिले में बवंडर से पीड़ित लोगो के घरो का निर्माण कार्य अगले माह से शुरू हो जायेगा।” बारा और परसा जिले के 12 प्रभावित स्थानों पर घरो का निर्माण किया जायेगा और इसके लिए 750 इंजीनियर की नियुक्ति की गयी है।

    नेपाल आर्मी के प्रमुख पूरन चंद्र थापा के साथ प्रभावित क्षेत्रों की यात्रा के दौरान पोखरेल ने कहा कि “कैबिनेट के निर्णय के मद्देनजर इस कार्य को किया जा रहा है।”

    नेपाल के उप प्रधानमंत्री पोखरेल ने पत्रकारों से कहा कि “आज तक कार्य करने के लिए हालातो का जायजा लिया गया है। अभी तक क्षति का आंकलन किया गया है और इस मसले का समाधान करने के विकल्प तलाशे जा रहे हैं। इस निर्णय को कैबिनेट ने लिया है जिसमे नेपाल आर्मी को तैनात करने के आदेश दिए गए हैं और उनके प्रयासों को बढ़ाने के लिए कहा गया है।”

    उन्होंने कहा कि “जल्द ही वे इस कार्य को शुरू करेंगे।” नेपाल सेना ने भी कैबिनेट के निर्देशों के मुताबिक घरो के पुनर्निर्माण के लिए तैयारी की उत्सुकता व्यक्त की है।

    थापा ने कहा कि “घरो के निर्माण के ढांचों को कैबिनेट ने पहले ही मंज़ूरी दे दी है। घरो में दो कमरे होंगे, एक किचन और एक टॉयलेट होगा। घरो का तौर तरीका हमरे दिमाग में घर कर दिया गया है।” बीते महीने नेपाल में प्राकृतिक आपदा आयी थी जिसमे 35 लोगो की मृत्यु का दावा किया गया है।

    सरकार ने नेपाल की सेना को बारा और परसा जिले में 1453 घरो के निर्माण के लिए 84.687 करोड़ रूपए मुहैया किये हैं। हाल ही में देश में साल 2015 के भूकंप पीड़ितों के घरो का पुनर्निर्माण किया जा चुका है। यह कार्य यूएन डेवलपमेंट प्रोग्राम स्कीम के तहत भारत सरकार और नेपाल हाउस रिकंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट की सहायता से किया गया है।

    भारत सरकार ने नेपाल में मकानों  के पुनर्निर्माण के लिए एक लाख डॉलर मुहैया करने की प्रतिबद्धता दिखाई थी। साथ  ही 15 करोड़ डॉलर आवासीय सेक्टर के पुनर्निर्माण के लिए दिए थे जिसमे 10 करोड़ डॉलर मदद दी थी और 5 करोड़ डॉलर लाइन ऑफ़ क्रेडिट था।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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