Wed. Apr 24th, 2024
    फ्लिपकार्ट के मालिक बिन्नी बंसल

    हाल ही की रिपोर्ट्स के अनुसार, फ्लिप्कार्ट के सह संस्थापक एवं पूर्व कार्यकारी बिन्नी बंसल एवं मैकिंसे के पूर्व सलाहकार कृष्णामूर्ति साथ मिलकर जल्द ही एक नया स्टार्टअप लांच कर सकते हैं। इस स्टार्टअप को xto10x Technologies नाम दिया गया है एवं इसमें लागत बंसल एवं कल्याण कृष्णामूर्ति ने लगाई है।

    उनका यह स्टार्टअप भारतीय बाज़ार में उपज रहे नए स्टार्टअप को परामर्श सेवाए प्रदान करेगा। यह उन स्टार्टअप को प्रोद्योगिक उपकरण भी उपलब्ध कराएगा ताकि वे बढ़ सकें एवं बाज़ार में अपनी पहचान बना सके।

    विषय-सूचि

    कौन हैं कल्याण कृष्णामूर्ति ?

    कल्याण कृष्णामूर्ति जनवरी 2017 से फ्लिपकार्ट ऑनलाइन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रहे हैं एवं इससे पहले वे टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट में भी डायरेक्टर रह चुके हैं। कृष्णामूर्ति इ-कार्ट एवं ओला का भी पहले नेतृत्व कर चुके हैं।

    स्टार्टअप कब तक हो सकता है शुरू

    यह स्टार्टअप परिक्षण इस जनवरी करने वाली है जहां यह कुछ स्टार्टअप पर अपने उपकरणों का परिक्षण करेगी हालांकि यह स्टार्टअप हाल ही में एक योजना के रूप में ही है। लेकिन जल्द ही इसके काम को अंजाम देने के लिए एक टीम बनायी जायेगी जो कि इस परिक्षण को अंजाम दे सकेगी।

    स्टार्टअप का लक्ष्य एवं ध्येय

    इसका मुख्य लक्ष्य परम्परागत संस्थाओं को हटाकर तकनीकी समाधान उपलब्ध कराना है। इनका यह ध्येय है की एक स्टार्टअप के विकास के लिए सैकड़ों लोगों कि ज़रुरत नहीं है बल्कि आधुनिक तकनीकी समाधान एवं सेवाओं की ज़रुरत है।

    यह स्टार्टअप आरंभिक स्टेज वाली कंपनियों को सॉफ्टवेर तकनीक एवं परामर्श उपलब्ध कराकर लक्ष्य प्राप्त करने में उनकी मदद करेगा। उन्होंने महसूस किया है कि शुरूआती स्टेज पर स्टार्टअप जो समस्याओं का सामना करते हैं उन्हें सिर्फ पैसे से हल किया नहीं जा सकता हाई कभी कभी उन्हें योग्य नेतृत्व एव मार्गदर्शन की ज़रुरत होगी।

    आपको बता दें की एक महीने पहले ही बिन्नी बंसल ने फ्लिप्कार्ट छोड़ा है। वहां उनके खिलाफ व्यक्तिगत दुर्व्यवहार का मुकदमा दायर किया गया था। फ्लिप्कार्ट को कुछ महीनों पहले ही वालमार्ट ने खरीदा है एवं उसने जांच के बाद बताया है कि बिन्नी पर लगाए गए आरोप झूठे साबित हुए हैं।

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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