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    हैदराबाद/अमरावती, 17 जून (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल (West Bengal) में डॉक्टरों पर हुए हमले के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएएम) द्वारा बुलाई गई राष्ट्रीय व्यापी हड़ताल के कारण तेलंगाना (Telangana) और आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के सरकारी और निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुईं।

    हैदराबाद के उस्मानिया जनरल अस्पताल, गांधी अस्पताल और निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एनआईएमएस) जैसे प्रमुख सरकारी अस्पतालों में ओपीडी ठप रही।

    पश्चिम बंगाल में अपने सहयोगियों पर हुए हमले के खिलाफ यहां के सभी डॉक्टर मामले में अपना विरोध दर्ज कराते हुए हड़ताल पर चले गए, जिससे राज्य के विभिन्न स्थानों से यहां आए सैकड़ों मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

    सरकारी, निजी अस्पतालों और नर्सिग होम के डॉक्टरों ने आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाओं का बहिष्कार किया।

    उस्मानिया अस्पताल के डॉक्टरों ने इस हमले में शामिल लोगों को सजा देने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।

    ‘सुरक्षा नहीं तो सेवा नहीं’ और ‘पीड़ा में हैं लेकिन फिर भी सेवा कर रहे हैं’ जैसे नारों की तख्ती के साथ डॉक्टरों ने विरोध-प्रदर्शन किया।

    गांधी अस्पताल में आयोजित विरोध प्रदर्शन में, डॉक्टरों ने उनकी बिरादरी पर हमलों से निपटने के लिए कड़े कानून बनाने की मांग की।

    तेलंगाना के बाकी हिस्सों में भी सरकारी और निजी अस्पतालों में सेवाएं रोक दी गईं।

    आईएमए द्वारा बुलाई गई हड़ताल का आंध्र प्रदेश में भी व्यापक असर दिखा जहां डॉक्टरों ने सेवाएं रोकीं, जिससे मरीजों का परेशानियों का सामना करना पड़ा।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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