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श्रीनगर, 3 मई (आईएएनएस)| जम्मू एवं कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में शुक्रवार को मारे गए तीन आतंकवादियों में शीर्ष हिजबुल कमांडर लतीफ टाइगर भी शामिल है, जो इसी आतंकवादी संगठन के मारे जा चुके कमांडर बुरहान वानी का करीबी सहयोगी था।

पुलिस ने हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी मुठभेड़ में तीन आतकंवादियों के मारे जाने की पुष्टि की है, जो खत्म हो चुकी है।

एक अधिकारी ने कहा, “मारे गए आतंकवादियों की पहचान की पुष्टि उनके शवों को बरामद किए जाने के बाद होगी।”

राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), राज्य पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा संयुक्त रूप से चलाए गए अभियान में भारतीय सेना का एक जवान घायल हो गया।

जिस घर में आतंकवादी छिपे थे, मुठभेड़ के दौरान वह क्षतिग्रस्त हो गया, जबकि दो अन्य घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है।

मुठभेड़स्थल पर आम नागरिक प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प भी हुई।

सुरक्षाबलों द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने के दौरान गोली लगने से एक युवक घायल हो गया।

जैसे ही लतीफ टाइगर के मारे जाने की खबर फैली, अनंतनाग में संघर्ष शुरू हो गया। टाइगर पुलवामा जिले के अवंतीपोरा से ताल्लुक रखता था।

दक्षिण कश्मीर के चार जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद किए जाने के बावजूद मुठभेड़ की खबर फैलने पर दक्षिण कश्मीर के कुछ अन्य इलाकों में भी संघर्ष की खबरें हैं।

श्रीनगर और बनिहाल के बीच चलने वाली जो ट्रेनें दक्षिण कश्मीर से होकर गुजरती हैं, उन ट्रेन सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।

टाइगर अदखारा गांव के इमाम साहिब इलाके में मारा गया और लतीफ टाइगर उर्फ लतीफ अहमद डार के मारे जाने के साथ दक्षिण कश्मीर में ‘बुरहान ब्रिगेड’ का एक तरह से खात्मा हो चुका है। 12 में से इसके 11 सदस्य मारे जा चुके हैं। 12 में से सिर्फ तारिक पंडित को सुरक्षाबलों ने 2016 में गिरफ्तार किया था।

अनंतनाग लोकसभा सीट के लिए तीसरे और अंतिम चरण के मतदान में शोपियां और पुलवामा जिलों में छह मई को मतदान होगा।

By पंकज सिंह चौहान

पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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