झगडीया विधानसभा सीट गुजरात की 182 सीटों में से एक है। झगडीया विधानसभा सीट गुजरात के भरुच जिले में स्थित है। 2012 विधानसभा चुनाव में जेडीयू के छोटुभाई वासवा यहाँ से विधायक निर्वाचित हुए थे। 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के बालुभाई वासवा को 13,304 वोटों से हराया था।
गौरतलब है कि कभी इस सीट पर कांग्रेस का झण्डा लहराता था। 1962 से लेकर 1985 तक झगडीया विधानसभा सीट पर कांग्रेस का एकाधिकार था। कांग्रेस यहाँ अजेय मानी जाती थी। लेकिन 1990 के बाद चुनावी मौसम कुछ इस तरह बदला कि फिर कभी कांग्रेस पर जीत की बरसात नहीं हुई। इस सीट से कांग्रेस को अब निराशा ही मिलती है।
पार्टी |
उम्मीदवार |
मत |
प्रतिशत में |
|
जेडीयू |
छोटुभाई वासवा | 66,622 | 39.16 | |
कांग्रेस | बालुभाई वासवा | 53,318 |
31.34 |
|
अंतर |
13304 |
7.82 |
झगडीया में 2012 विधानसभा चुनाव के परिणाम
इस क्षेत्र की कुल जनसंख्या 1,85,337 है जिसमें से 95,085 आबादी पुरुषों की है तथा 90,252 आबादी महिलाओं की है। लिंगानुपात की बात करें तो इस क्षेत्र का लिंगानुपात 949 है। साक्षरता के मामले में भी यह क्षेत्र किसी से पीछे नहीं है। इस क्षेत्र की साक्षरता दर 74.66% है। यहाँ अनुसूचित जातियां और जनजातियां भी निवास करती है। अनुसूचित जाति की आबादी यहाँ 3,881 है जबकि अनुसूचित जनजाति की आबादी यहाँ 1,27,290 है।
कुल |
पुरुष |
महिलाऐं |
|
साक्षरता |
74.66% |
72.33% |
58.56% |
अनुसूचित जाति |
3,881 |
1,969 |
1,912 |
अनुसूचित जनजाति |
1,27,290 |
65,130 |
62,160 |
झगडीया की जनसंख्या का आंकलन
धर्म के मामले में यहाँ हिन्दू धर्म का वर्चस्व देखने को मिलता है। इस वजह से चुनाव के मुद्दे भी अक्सर धार्मिक होते है। यहाँ की हिन्दू जनसंख्या 1,69,200 है जो यहाँ एक बहुसंख्यक जनसंख्या है। बाकी अन्य धर्मों के लोग भी यहाँ रहते हैं जो आबादी के लिहाज से अल्पसंख्यक है। अन्य धर्मों में मुस्लिम, ईसाई, सिख, जैन, बौद्ध तथा अन्य धर्मों के निवासी शामिल है।
धर्म |
कुल |
पुरुष |
महिलाऐं |
|
हिन्दू |
1,69,200 | (91.29%) | 86,844 | 82,356 |
मुस्लिम | 12,637 | (6.82%) | 6,451 |
6,186 |
ईसाई |
3,007 | (1.62%) | 1,519 | 1,488 |
सिख | 134 | (0.07%) | 76 |
58 |
बौद्ध |
9 | (0%) | 6 | 3 |
जैन | 133 | (0.07%) | 67 |
66 |
अन्य |
21 | (0.01%) | 12 |
9 |
झगडीया की जनसंख्या का धार्मिक आंकलन
भरुच जिले में स्थित झगडीया विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। जेडीयू के छोटुभाई वासवा यहाँ 1990 से विधायक हैं और लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं। इस क्षेत्र में जेडीयू को मिली पिछली तमाम जीतों को देखते हुए लगता है कि कांग्रेस के लिए इस चुनाव को जीतना एक हाथ से पहाड़ उठाने जैसा है।