Sat. Apr 20th, 2024

    कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को तेज करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शुक्रवार को कोरोना संक्रमण से उत्पन्न स्थिति को लेकर तीन दौर की बैठकें करेंगे। पीएम मोदी पहले सुबह 09 बजे एक समीक्षा बैठक की, जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इसके बाद 10 बजे वे देश के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं और दोपहर 12:30 बजे देश के प्रमुख ऑक्सीजन निर्माताओं के साथ बैठक करेंगे। ये सभी बैठकें वर्चुअल माध्यम से होंगी।

    उन्होंने अपना बंगाल दौरा भी रद्द कर दिया है। पहले वे मालदा, मुर्शिदाबाद, बीरभूम और दक्षिण कोलकाता में रैलियों को संबोधित करने वाले थे, लेकिन अब वे चारों रैलियां वर्चुअली करेंगे। स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने रैलियों की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन आखिर वक्त पर रैलियां रद्द कर दी गईं।

    प्रधानमंत्री लगातार कोरोना संक्रमण की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और अधिकारियों एवं विभिन्न स्तरों पर संबंधित लोगों से संपर्क बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री ने गुरुवार को भी ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर एक बैठक की थी। इसके चलते प्रधानमंत्री ने अपना पश्चिम बंगाल का चुनावी दौरा भी स्थगित कर दिया। बता दें कि देश में कोरोना वायरस से एक दिन में मिलने वाले मरीजों का आंकड़ा तीन लाख पार कर चुका है।

    देश के सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी की बैठक खत्म हो गई है। कोरोना का सर्वाधिक खतरा झेल रहे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र आदि राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ ये वर्चुअल मीटिंग हुई। गृहमंत्री अमित शाह भी इस बैठक में मौजूद रहे।

    राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम की बैठक में अरविंद केजरीवाल ने कहा, इस वक्त दिल्ली में ऑक्सीजन का बहुत बड़ा संकट चल रहा है। केंद्र सरकार का दिल्ली का ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने के लिए मैं प्रधानमंत्री जी आपदा धन्यवाद करता हूं, इस बढ़े हुए कोटे को दिल्ली तक पहुंचाने में हमारी मदद करें। हम लोगों को मरने के लिए नहीं छोड़ सकते।”

    कोरोना के तेजी से बढ़े मामलों के बाद ऑक्सीजन की कमी एवं अस्पताल, आईसीयू, वेंटीलेटर आदि को लेकर देशभर में उत्पन्न स्थिति को देखते हुए समूची केंद्र सरकार हरकत में है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सारी स्थितियों पर लगातार नजर रखे हुए हैं और बैठकें कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने खुद कमान संभाल रखी है और मंत्रालयों एवं विभिन्न उद्योगों और संबंधित लोगों के साथ ही सीधा संवाद शुरू किया है, ताकि जितनी जल्दी हो सके, स्थितियों को काबू में किया जा सके।

    भारत इस वक्त दुनिया में कोरोना संकट का एपिसेंटर बन चुका है। बीते दो दिनों में भारत में 6 लाख से ज्यादा नए केस दर्ज किए गए हैं। गुरुवार को 3.15 लाख कोरोना केस आए, जबकि शुक्रवार को आंकड़ा 3.30 लाख तक पहुंच गया। लगातार दूसरे दिन 2 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। देश के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन, बेड्स का संकट है, वहीं जीवनरक्षक दवाई रेमडेसेविर भी नहीं मिल रही है।

    By आदित्य सिंह

    दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास का छात्र। खासतौर पर इतिहास, साहित्य और राजनीति में रुचि।

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