Sat. Apr 20th, 2024
    उत्तर कोरिया और अमेरिका

    राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन अमेरिका-दक्षिण कोरियाई सैन्य अभ्यास समाप्त होने के बाद अमेरिका के साथ मजिद वार्ता के लिए तैयार हैं।” ट्रंप ने पत्र के बाबत शनिवार को ट्वीट किया और उन्होंने कहा कि अमेरिका- दक्षिण कोरिया की संयुक्त अभ्यास खत्म होते ही वह बातचीत शुरू करना चाहते हैं।”

    ट्रम्प ने कहा कि किम ने एक लंबा पत्र भेजा था, यह खत हास्यास्पद और महंगे अभ्यासों के बारे में शिकायत कर रहा था।” 2018 में ट्रम्प ने किम के साथ अपनी पहली मुलाकात के बाद सालाना युद्ध अभ्यास को बहुत उत्तेजक करार दिया  और कहा कि “इससे हमें बहुत बड़ी धनराशि की बचत होगी।”

    राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन के मुताबिक अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने बड़े पैमाने पर कंप्यूटर-चालित अभ्यास किया है, जिसमें जमीन पर कम सैनिको की तादाद कम है। उत्तर कोरिया में अमेरिकी मामलों के विभाग के महानिदेशक क्वान जोंग गन ने रविवार को एक बयान में कहा कि सियोल संयुक्त सैन्य अभ्यास के लिए एक प्रशंसनीय स्पष्टीकरण देने में विफल रहा। दक्षिण कोरिया पारंपरिक हथियारों के आधुनिकीकरण के लिए उत्तर के निरंतर उपायों की आलोचना करता है।

    क्वोंग ने कहा कि “पारंपरिक हथियारों को विकसित करने के लिए हमारे परीक्षण के संबंध में अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी एक टिप्पणी की, जो प्रभावी रूप से एक संप्रभु राज्य के आत्मरक्षात्मक अधिकारों को मान्यता देती है। यह कहते हुए कि यह एक छोटा मिसाइल परीक्षण है जो बहुत सारे देश करते हैं।”

    पिछले दो हफ्तों में उत्तर कोरिया ने मिसाइल प्रणाली का परीक्षण किया है जो दक्षिण कोरियाई और जापानी शहरों को मिटा सकता है। दक्षिण कोरिया ने शनिवार को कहा कि उत्तर कोरिया की ओर से दो सप्ताह में पांचवे बैलिस्टिक परीक्षण के बाद अधिक मिसाइल प्रक्षेपण की संभावना है।

    अमेरिकी राष्ट्रपति ने पियोंग्यंग के मिसाइल परिक्षण को कमतर आँका और कहा कि इससे सिंगापुर समझौते के किसी भी भाग का उल्लंघन नहीं हुआ है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने डोनाल्ड ट्रम्प को तीन पन्नो का पत्र लिखा था और इसमें सैन्य अभ्यास के प्रति नाखुशी जाहिर की थी।

    दक्षिण कोरिया के जॉइंट चीफ ऑफ़ स्टाफ ने कहा कि “यह मिसाइल सुबह 5:32 बजे और 5:50 बजे पूर्वी सागर के दक्षिणी हम्गयोंग प्रान्त के पूर्वी तटीय शहर हम्हुंग से दागी गयी थी। इसने 400 किलोमीटर तक उदाकं भरी थी और इसकी उंचाई 48 किलोमीटर थी।”

    25 जुलाई के बाद यह पांचवा परिक्षण है जब उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल को लांच किया है। यह अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त अभ्यास के खिलाफ प्रदर्शन था।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *