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    कर्नाटक के 15 विधानसभा क्षेत्रों में 5 दिसंबर को हुए उपचुनाव के लिए मतों की गिनती सोमवार को शुरू हो गई है। चुनाव आयोग अधिकारी जी. जडियप्प्पा ने यहां आईएएनएस को बताया, “सभी 15 विधानसभा क्षेत्रों के वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से 11 केंद्रों पर शुरू हुई, जिनमें बेंगलुरु के चार शहरी सीटों के लिए तीन शामिल हैं। पोस्टल बैलेट की गिनती पहले हो रही है, उसके बाद ईवीएम के वोटों की गिनती होनी है।”

    उपचुनाव के नतीजे दक्षिणी राज्य में चार महीने पुरानी भारतीय जनता पार्टी सरकार के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि सत्तारूढ़ दल को कम से कम सात सीटों पर जीत की जरूरत है, ताकि उसके पास 223 सदस्यीय विधानसभा में कम से कम साधारण बहुमत 112 हो सके।

    भाजपा ने जीती 6 सीटें, कांग्रेस की 1 पर जीत

    भारतीय चुनाव आयोग की वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी 6 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है औक 6 निर्वाचन क्षेत्रों में अग्रणी है। 1 निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस आगे है और 1 सीट जीत चुकी है। 1 निर्वाचन क्षेत्र में स्वतंत्र उम्मीदवार आगे है।

    3 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की

    भारतीय चुनाव आयोग से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी 3 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है, 9 सीटों पर आगे बढ़ती है; 2 सीटों पर कांग्रेस आगे और 1 सीट पर निर्दलीय आगे है।

    सीएम बीएस येदियुरप्पा

    कर्नाटक विधानसभा उपचुनाव की मतगणना में भाजपा के आगे होने पर कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि ‘मुझे खुशी है कि लोगों ने बहुत अच्छा फैसला दिया। अब, बिना किसी समस्या के हम एक लोग समर्थक और एक स्थिर सरकार दे सकते हैं।’

    कांग्रेस ने हार स्वीकारी

    विपक्षी कांग्रेस को कर्नाटक में एक बार फिर झटका लगा है। पार्टी इस दक्षिणी राज्य में 15 सीटों के उपचुनाव के लिए पांच दिसंबर को मतदान में केवल दो सीटों पर ही बढ़त बनाए हुए है। पार्टी के एक पदाधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता रवि गौड़ा ने यहां आईएएनएस से कहा, “हम केवल बेंगलुरू मध्य में शिवाजीनगर और मैसुरू जिले के हुनसुर में आगे चल रहे हैं और दर्जनों सीटों पर भाजपा से पीछे चल रहे हैं।”

    सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस ने सभी 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जबकि जनता दल(सेकुलर) ने केवल 12 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे।

    कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के संकटमोचक डी.के. शिवकुमार ने यहां पत्रकारों से कहा, “हमने हार स्वीकार कर ली है, क्योंकि लोगों ने हमारे ज्यादातर दलबलुओं को स्वीकार कर लिया, जो भाजपा में शामिल हो गए और उन्होंने कमल चुनाव चिह्न् पर चुनाव लड़ा है। ये वो सीटें थीं, जहां से उन्होंने इस्तीफे दे दिए थे और फिर वे अयोग्य घोषित कर दिए गए थे।”

    इस वर्ष दूसरी बार है, जब कांग्रेस को राज्य में शर्मनाक हार झेलनी पड़ी है। इससे पहले अप्रैल-मई में हुए संसदीय चुनाव में भी पार्टी ने केवल एक सीट बेंगलुरू ग्रामीण से चुनाव जीता था। पार्टी ने हालांकि जद (एस) के साथ मिलकर 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था। जद (एस) भी सात सीटों में केवल एक सीट पर ही चुनाव जीत पाया था।

    कांग्रेस को जनता ने 2018 विधानसभा चुनाव में सत्ता से बाहर कर दिया था, लेकिन उसने चुनाव बाद जद (एस) से गठबंधन कर यहां की कुल 224 विधानसभा सीटों में 105 सीटें जीतने वाली भाजपा को सत्ता से बाहर रखने में कामयाबी पाई थी।

    कांग्रेस ने 80 सीटें, जबकि जद (एस) ने 36 सीटों पर जीत दर्ज की थी।

    मतगणना के प्रारंभिक दौर में दो सीटों पर आगे चल रहे जद (एस) अब के.आर. पेटे और हुनसुर सीट पर भाजपा और कांग्रेस से पीछे चल रही है।

    आश्चर्यजनक रूप से, निर्दलीय उम्मीदवार शरत कुमार बछेगौड़ा बेंगलुरू ग्रामीण जिले की प्रतिष्ठित हेसाकोटे सीट पर भाजपा के एम.टी.बी. नागराज से आगे चल रहे हैं।

    भाजपा 10 सीटों पर आगे

    कर्नाटक में 15 विधानसभा क्षेत्रों पर हुए उपचुनाव के लिए सोमवार को जारी मतगणना के दौरान सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)10 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि विपक्षी कांग्रेस और जनता दल-सेकुलर (जेडी-एस) 2-2 सीटों पर आगे है। चुनाव अधिकारी ने सोमवार को यहां यह जानकारी दी। दक्षिणी राज्य के 15 निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव 5 दिसंबर को हुए थे।

    चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार, एक सीट (बेंगलुरु ग्रामीण जिले में होसकोटे) में एक निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहा है।

    भाजपा अथानी, कागवाड, गोकक, येलापुर, हिरेकुरु, विजयनगर, चिकबलापुर और रानीबेन्नुरु, के.आर. पुरा और महालक्ष्मी लेआउट में आगे चल रही है।

    कांग्रेस शिवाजीनगर और हुनासुरु में आगे चल रही है, जबकि जेडी-एस, यशवंतपुरा और के.आर. पुरा में आगे हैं।

    अधिकारी ने कहा, “सुबह 8 बजे मतगणना शुरू होने के दो घंटे बाद, भाजपा ने 48.6 प्रतिशत वोट हासिल किए है, जबकि कांग्रेस ने 29.8 प्रतिशत और जेडी-एस ने 17.2 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं।”

     

     

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