Wed. Apr 24th, 2024
    कर्नाटक सरकार

    कर्नाटक में सत्ताधारी जेडीएस और कांग्रेस जल्द ही मंत्री पद के विभागों के बटवारे को लेकर महत्वपूर्ण घोषणा करेंगे। विभागों के बटवारे को लेकर दोनों सहयोगी दलों में सहमती बन चुकी हैं और बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए दोनों दल आनेवाले 2019 के लोकसभा चुनाव एकसाथ लड़ेंगे। मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के कार्यकाल पूरा होने तक पद पर बने रहने पर कांग्रेस की ओर से सहमती जताई जा चुकी हैं।

    प्रेस को संबोधित करते हुए कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी और कर्नाटक के प्रभारी अशोक गहलोत ने कहा, “मंत्रिपद के विषय में दोनों दलों के बीच असहमति की बाते की जा रही थी लेकिन, अब दोनों सहयोगी दलों के बीच सहमती बन चुकी हैं। जेडीएस और कांग्रेस पार्टी के बीच समन्वय समिति(कोर्डीनेशन कमिटी) गठित की जाएगी, जिससे सरकार सुचारू रूप से काम कर सके।”

    महत्वपूर्ण विभागों में वित्त विभाग मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी खुद रखेंगे और गृह विभाग कांग्रेस को दिया गया हैं।

    आपको बतादे, कांग्रेस पार्टी के जनरल सेक्रेटरी के सी वेणुगोपाल और जेडीएस के महासचिव दानिश के बीच बेंगलुरु में बातचीत हई, इससे पूर्व दोनों दलों के शीर्ष नेताओं के बीच कांग्रेस मुख्यालय में बातचीत हुई थी।

    बेंगलोर में हुई बातचीत में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने विडियो कॉल द्वारा हिस्सा लिया, इस बैठक में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने भी शिरकत की थी। बैठक में हिस्सा लेने से पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने बताया था की मंत्री परिषद और विभागों की घोषणा शुक्रवार को की जाएगी।

    जेडीएस के महासचिव दानिश अली ने बताया कि अब सारी घोषणाएं लिखित समझौते के बाद ही की जाएंगी और पार्टी पांच साल तक के लिए एक स्थाई सरकार देने के लिए वचनबद्ध है।

    यही वजह है कि हमने कोई भी घोषणा करने से पहले बहुत समय लिया है। हमारा हर एमओयु लिखित है जिससे सरकार सहजता से काम कर सके और पांच सालों का कार्यकाल पूरा कर सके।

    जेडीएस और कांग्रेस आनेवाले 2019 के लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगे, जिससे मतों का बटवारा न हो और बीजेपी को सत्ता से दूर रखा जाए। आपको बतादे, जेडीएस-कांग्रेस समन्वय समिति नियमित रूप से सरकार के कामों की समीक्षा करेगी और चुनावी रणनीति भी तयार करेगी।

    By प्रशांत पंद्री

    प्रशांत, पुणे विश्वविद्यालय में बीबीए(कंप्यूटर एप्लीकेशन्स) के तृतीय वर्ष के छात्र हैं। वे अन्तर्राष्ट्रीय राजनीती, रक्षा और प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज में रूचि रखते हैं।

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