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    'ओ सनम' गायक लकी अली को नहीं लुभाते ऑनलाइन व्यूज, पढ़िए पूरा बयान
    करीब तीन दशकों से म्यूजिक इंडस्ट्री में काम करने वाले गायक लकी अली का कहना है ऑनलाइन उनके गानों को मिलने वाले व्यूज उन्हें उत्साहित नहीं करते। IANS को उन्होंने बताया-“मुझे खुशी होती है जब लोग मेरे गानों को पसंद करते हैं लेकिन अगर आपको खुशी महसूस होती है कि ‘हे भगवान! मुझे बहुत सारे क्लिक मिले’, तो आप हारे हुए हैं क्योंकि इसी पर आप निर्भर हैं। आपको इस बात पर निर्भर होना चाहिए कि आपका दिल क्या कहता है। क्या आप अपने काम की वजह से अच्छा महसूस करते हैं या आपने ये काम केवल इसलिए किया क्योंकि आपको ‘वो’ चाहिए था? वह अस्थायी है। स्थायी वो है जो आपका दिल महसूस करता है।”
    61 वर्षीय गायक का 1996 में आया पॉप हिट ‘ओ सनम’ आज भी दर्शको के बीच गुनगुनाया जाता है, हालांकि, बॉलीवुड में उनकी शुरुआत हुई 2000 में आई ब्लॉकबस्टर ‘कहो न प्यार है’ से, जिसमे उन्होंने ‘एक पल का जीना’ और ‘न तुम जानो न हम’ जैसे गीतों को अपनी मीठी आवाज़ दी।

    हालांकि, अंतर्मुखी गायक ये सब छोड़कर सुर्खियों से दूर चले गये। आज, वह कहते है कि वह प्रासंगिक रहने के प्रयास नहीं करते। उनके मुताबिक, “मैं अप्रासंगिक रहने की कोशिश करता हूं क्योंकि यह मेरे बारे में नहीं है। यह किसी व्यक्ति के बारे में नहीं है। यह ‘हम’ के बारे में है। यह एक होलोग्राफिक तरह की चीज है। मैं संगीत को इस तरह देखता हूं। मैं संगीत को एक आरेख रूप में देखता हूं। मेरे लिए, जब एक प्रक्रिया होती है – एक होलोग्राफिक तरह की चीज – तो अगर कोई काम नहीं करता है तो कोई दूसरा व्यक्ति बिलकुल वैसा ही काम कर सकता है, जो उस चीज को बना सकता है जिसे आप चाहते थे।”

    उन्होंने फिर नयी यात्रा की शुरुआत की। उन्होंने “लेमला” नामक एक एल्बम के लिए इज़राइली संगीत कलाकार एलीज़र बोटज़र के साथ सहयोग किया। क्रॉस-कल्चरल प्रोजेक्ट का पहला गाना “ऑन माई वे” अब रिलीज़ हो चूका है। वह अपने प्रशंसको के लिए और भी संगीत रिलीज़ करने का इंतज़ार कर रहे हैं।

    उन्होंने साझा किया-“मेरे पास कोई योजना नहीं है। मेरे पास वो संगीत है जिसे मैं रिलीज़ करना चाहता हूं … कि मैं इस तरह से काम करने की कोशिश कर रहा हूं, जिसमें कम से कम काम में वह सबके पास पहुँच जाये। मैं उस पर बहुत अधिक काम नहीं करना चाहता … मतलब अपने संगीत बेचने पर। मैं निश्चित रूप से ‘अपना संगीत बेचना नहीं चाहता’। मैं अपना संगीत साझा करना चाहता हूं, लेकिन फिर यह भी … यह उन लोगों के लिए सम्मान की तरह है जो मेरे संगीत को सुनते हैं और फिर वे हमें वापस सम्मान देते हैं। यदि हमें इसका समाधान मिल जाये कि हम अपने संगीत के लिए भुगतान कैसे करते हैं, तो यह हमारे लिए कैसे वापस आ सकता है। हम अपने कॉन्सर्ट से भुगतान करते हैं। ऐसा नहीं है कि कोई बड़ी कंपनी जो आप पर पैसे बरसा रही है। हम मेहनत करते हैं, फिर उस पैसे का उपयोग करते हैं, अन्य संगीतकारों के साथ रिकॉर्ड करते हैं, और फिर रिकॉर्डिंग स्टूडियो का भुगतान करते हैं इसलिए ये ज्यादातर उसी पसीने से आता है जो मंच (कॉन्सर्ट) पर हम बहाते हैं।”

    एक बड़े संगीत लेबल के साथ हाथ मिलाना उनकी टू-डू लिस्ट में नहीं है।

    Lucky Ali के लिए इमेज परिणाम

    “मैं एक संगीत कंपनी के पास वापस जाने का विचार पसंद नहीं करता क्योंकि वे मुझे वही कहानी देंगे जो उन्होंने मुझे 15 साल पहले दी थी – ‘हम संगीत का चेहरा बदलना चाहते हैं’। संगीत हमेशा सात नोट ही होगा। आप संगीत का चेहरा नहीं बदल सकते।”

     

     

    By साक्षी बंसल

    पत्रकारिता की छात्रा जिसे ख़बरों की दुनिया में रूचि है।

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