Fri. Apr 19th, 2024
    असदुद्दीन ओवैसी

    जब से अमित शाह ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभाला है, भाजपा जीत के ‘विजय रथ’ पर सवार हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा को देश के कोने-कोने तक पहुँचाना चाहते है। मोदी-शाह की करिश्माई जोड़ी का लक्ष्य आगामी चुनावों में पूरे देश को भगवामय करने का है। इसी क्रम में अब भाजपा अपना अगला लक्ष्य तेलंगाना को बनाने जा रही है। भाजपा तेलंगाना में अधिक से अधिक विधानसभा और लोकसभा सीटें जीतना चाहती है। इसके लिए पार्टी ने अभी कमर कसना शुरू कर दिया है। भाजपा की रणनीति में हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को हराने की योजना भी शामिल है। एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पिछले 3 बार से हैदराबाद से लोकसभा सांसद है। ओवैसी अपने विवादित बयानों की वजह से लगातार सुर्ख़ियों में रहते है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कट्टर विरोधियों में गिने जाते है।

    असदुद्दीन ओवैसी लगातार भाजपा, आरएसएस, शिवसेना और अन्य हिंदूवादी संगठनों पर जुबानी हमला करते रहे हैं। उनकी छवि हिन्दू विरोधी नेता की रही है। हाल ही में राम जन्मभूमि मामले पर शिया धर्मगुरु कल्बे सादिक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा था कि किसी मौलवी के कहने से हम अपनी मस्जिदें किसी को नहीं सौंप देंगे। बता दें कि शिया धर्मगुरु कल्बे सादिक ने कहा था कि अगर राम जन्मभूमि मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला मुसलामानों के पक्ष में भी आये तो उन्हें राम मंदिर निर्माण के लिए जमीन हिन्दुओं को दे देनी चाहिए। इससे पहले ओवैसी ने ‘भारत माता की जय’ बोलने से भी इनकार कर दिया था।

    तेलंगाना के भाजपा प्रवक्ता कृष्णा सागर राव ने पार्टी की रणनीति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि भाजपा आगामी विधानसभा चुनावों में तेलंगाना की 119 में से 80 सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। साथ ही 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी राज्य की 17 में से 15 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है। उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा की केंद्रीय इकाई एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को हैदराबाद से हराने की भी योजना बना रही है। भाजपा ओवैसी विरोधी लहर पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अभी उस क्षेत्र के मतदाताओं के पास कोई विकल्प नहीं है। अगर उन्हें विकल्प दिया जाए तो वह जरूर विकल्प के पक्ष में मतदान करेंगे। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों और देवबंद में मिले समर्थन का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा ने बिना किसी मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतारे ही मुस्लिम मतदाताओं का भरोसा जीता।

    राव ने स्पष्ट किया कि भाजपा ओवैसी के प्रभाव वाली सातों विधानसभा सीटों पर मजबूत विकल्प के रूप में उभरेगी। मतदाताओं को यह यकीन हो जायेगा कि भाजपा जीतने जा रही है और वह उसके पक्ष में मतदान करेंगे। उन्होंने कहा कि ओवैसी को हराने के लिए भाजपा हैदराबाद से किसी बड़े नेता को खड़ा कर सकती है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पहले ही 350+ सीटों की बात कह चुके हैं और इसे लेकर वह पार्टी नेताओं के साथ बैठक भी कर चुके हैं।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।