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    भारतीय क्रिकेट टीम

    भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया चौथा टेस्ट मैच बारिश से धुलने के बाद ड्रॉ हो गया  था। जिसके बाद भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के ऊपर एक ऐतिहासिक जीत पूरी की थी। इसी के साथ भारतीय टीम ऑस्ट्रलिया में टेस्ट श्रंखला जितने वाली पहली एशियाई टीम बन गई थी।

    हालांकि 2-1 से सीरीज जितना उस व्यापक प्रभुत्व को नहीं दर्शाती है जो पूरी श्रृंखला में प्रदर्शित होता रहा है। लेकिन यह देश के लिए एक बहुत बड़ी जीत थी क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया में 71 साल बाद कोई सीरीज जीती थी। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में खेली गई 11 सीरीज में भारतीय टीम को हमेशा असफलता ही मिली थी। लेकिन भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी का मानना है यह जीत टिम पैन और उनके खिलाड़ियो पर विदेशी सरजमीं की सर्वश्रेष्ठ जीत नहीं है।

    भारतीय क्रिकेट टीम को टेस्ट सीरीज जीतने के लिए पहले से ही पसंदीदा टीम माना जा रहा था क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ उनके अनुभवी खिलाड़ी स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर इस सीरीज में शामिल नही थे, जिससे यह साफ लग रहा था कि भारत के पास इस बार ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतने का अच्छा मौका है। और हुआ भी ऐसा ही।

    टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट एडिलेड टेस्ट मैच जीता, जिससे टीम ऑस्ट्रेलिया में सीरीज ओपनर मैच जीतने वाली पहली एशियाई टीम भी बनी थी। उसके बाद टीम तीसरा टेस्ट मैच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में 137 रन से मैच जीता था। चौथे टेस्ट मैच में बारिश की वजह से मैच ड्रॉ हो गया नही तो टीम इंडिया इस सीरीज को 3-1 से अपने नाम आसानी से कर सकती थी।

    हालांकि संजय मांजरेकर का मानना है की भारतीय टीम ने बस विदेशी सरजमीं में चार टेस्ट मैचो की श्रृंखला जीती है।

    ईएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए संजय मांजरेकर ने कहा, “हमें यह मानना चाहिए है कि यह ऑस्ट्रेलिया की सबसे कमजोर बल्लेबाजी की लाइन-अप थी। और सीरीज की शुरूआत से ही भारतीय टीम के पास सीरीज जितने का अच्छा मौका था। लेकिन एक अच्छी टीम होने के बावजूद भारतीय टीम दक्षिण-अफ्रीका और इंग्लैंड में सीरीज नही जीत पाई जो की एक सवालिया निशान था। लेकिन भारतीय टीम की गेंदबाजी इस पूरी सीरीज में बहुत शानदार रही। लेकिन टीम में कुछ खामिया भी रही- इस सीरीज में टीम की बल्लेबाजी में थोड़ी कमजोरी थी। पुजारा के वजह से टीम ने यह सीरीज जीती नही तो नतीजा कुछ और भी हो सकता है।”

    संजय मांजरेकर ने टेस्ट में भारत की सबसे बड़ी विदेशी श्रृंखला जीत इस प्रकार रखी है:
    1) 1971 में इंग्लैंड में भारत – 1-0 (3)
    2) 1970/71 में वेस्ट इंडीज में भारत – 1-0 (5)
    3) 1986 में इंग्लैंड में भारत – 2-0 (3)
    4) ऑस्ट्रेलिया में भारत 2018/19 में 2-1 (4)
    5) भारत पाकिस्तान में 2003/04 में – 2-1 (3)

    इसके बाद मांजरेकर ने अजीत वाडेकर की अगुवाई वाली भारत की ऐतिहासिक इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ नंबर 1 के रूप में जीत का कारण समझाया। “1971 में खेली गई इस सीरीज में 3 टेस्ट मैच खेले गए थे। भारत ने जिसमें पहले के दो टेस्ट मैच ड्रॉ खेले थे। तीसरे टेस्ट मैच में कुछ भी हो सकता था क्योंकि बारिश आ गई थी और भारत के हाथ में सिर्फ दो विकेट बची थी और जीत के लिए 30 रन चाहिए थे। जहां टीम मैच जीत भी सकती थी और हार भी सकती थी। लेकिन टीम नें अच्छा प्रदर्शन किया और टीम मैच जीती थी।”

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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