Wed. Apr 24th, 2024
    एनएसई अधिकारियों के ठिकानों पर तलाशी

    एनएसई यानि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सर्वर पर को-लोकेशन से जुड़े विवादित मामले को लेकर आयकर विभाग ने एनएसई के वर्तमान तथा पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों सहित ब्रोकरों के कुल 40 ठिकानों की तलाशी ली। दरअसल एनएसई के वर्तमान और पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों सहित ब्रोकरों पर यह आरोप लगा है कि इन्होंने एक्सचेंज की कारोबारी व्यवस्था में मौजूद खामियों का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तरीके से लाभ उठाया है।

    इस मामले में एनएसई के उपाध्यक्ष सुप्रभात लाला तथा उनकी पत्नी एवं एनएसई के पूर्व निदेशक चित्रा रामकृष्णन का नाम शामिल है। ब्रोकिंग कंपनी ओपीजी सिक्योरिटीज पर यह आरोप लगा है कि इस कंपनी को अन्य ब्रोकरों से पहले ही शेयरों की पूरी जानकारी मिल जाती थी। इस मामले में आयकर विभाग ने इस कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय गुप्ता के ठिकानों पर भी तलाशी ली।

    यही नहीं आयकर विभाग ने ब्रोकर संजीव सिंघल, अमित कुमार गुप्ता तथा एनआईपीएफपी के सीनियर फेलो अजय शाह के ठिकानों की भी तलाशी ली। गौरतलब है कि आयकर विभाग के 16 अधिकारियों तथा 40 इंस्पेक्टरों की टीम ने एनएसई अधिकारियों के इन ठिकानों की तलाशी ली।

    आयकर विभाग की इस टीम ने तलाशी के दौरान एनएसई अधिकारियों के ठिकानों से कुछ नकदी, डॉक्यूमेंट्स, ईमेल की जानकारी और संदिग्ध लैपटॉप की बरामदगी की है। आयकर विभाग की टीम द्वारा चलाया जाने वाला यह तलाशी अभियान बुधवार से ही जारी है, जानकारी​ मिली है कि यह कार्रवाई दो दिन और चलेगी।

    सेबी ने कुछ लोगों को कारण बताओं को नोटिस जारी किया है, ऐसे में आयकर विभाग का कहना है कि वो इन सभी लोगों की जांच करेगा।
    दरअसल 22 मई को एनएसई के कुछ ब्रोकरों तथा इसमें कार्यरत 14 अाधिकारियों तथा रिटायर्ड सीनियर अधिकारियों के खिलाफ को-लोकेशन सुविधा में त​थाकथित अनियमितता बरतने के आरोप में सेबी ने नोटिस जारी किए थे। उपरोक्त मामले की जांच आयकर विभाग के साथ सेबी भी कर रहा है। हांलाकि एक अधिकारी ने बताया कि एनएसई की ओर से सेबी के नोटिस का जवाब दे दिया गया है।