Wed. Apr 24th, 2024
    भारत इज़राइल

    भारत-इज़राइल संबंधों को बढ़ावा देने के लिए इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू जल्द ही भारत की यात्रा पर आ सकते है। वे जनवरी 2018 के मध्य में भारत का दौरा कर सकते है। इसके लिए नई दिल्ली, इज़राइल के पीएम की यात्रा के मद्देनजर मेजबानी की तैयारी कर रहा है। हालांकि अभी तक तारीख स्पष्ट नहीं हुई है।

    नेतन्याहू ने आज कहा कि वे अपने मित्र नरेन्द्र मोदी से मिलने जल्द ही भारत दौरे पर आ सकते हैं। नेतन्याहू ने कहा कि वे भारत पर अपने दौरे को लेकर काफी उत्साहित हैं।

    भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कुछ समय पहले इज़राइल दौरे पर गए थे। मोदी को गए हुए एक साल से भी कम का समय हुआ है। अब इस समय में दोनों नेता वापस से मुलाकात कर सकते है। इज़राइल के प्रधानमंत्री का भारत का दौरा दूसरी बार होगा।

    इससे पहले साल 2003 में तत्कालीन इज़राइली प्रधानमंत्री एरियल शेरॉन ने भारत का दौरा किया था। उस समय भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे। लेकिन उस समय इज़राइल में आतंकी हमला हो गया था जिस वजह से शेरॉन को भारत का दौरा बीच में छोड़कर अपने देश इज़राइल लौटना पड़ा था।

    रक्षा संबंधी मुद्दा हो सकता है महत्वपूर्ण

    जानकारी के अनुसार अब दोनों देशों के बीच में जनवरी में संभावित मुलाकात भारत में हो सकती है। इज़राइल पीएम के भारत दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच में महत्वपूर्ण मुद्दा संयुक्त रक्षा उत्पादन का हो सकता है।

    इसके अलावा दोनों देश पश्चिम एशिया में वर्तमान विकास, व्यापार,आतंकवाद के खिलाफ अभियान सहित कई मुद्दों पर चर्चा कर सकते है। इसके अलावा भारत दो देशों इज़राइल व फिलीस्तीन के बीच समाधान पर भी जोर दे सकता है।

    वहीं जुलाई में भारत के प्रधानमंत्री यहूदी राज्य का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने थे। सिंतबर में आयोजित संयुक्त राष्ट्र महासभा में इज़राइली पीएम नेतन्याहू ने पीएम मोदी के दौरे को लेकर दिलचस्प बातें कही थी।

    इसके अलावा पीएम मोदी ने भी 5 जुलाई की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बेंजामिन नेतन्याहू को भारत आने का न्योता दिया था। उस वक्त नेतन्याहू ने कहा था कि यह मेरे लिए काफी अहम मौका है।

    भारत-इज़राइल संबंधों को मिलेगी मजबूती

    फिलहाल तो सबकी निगाहें इज़राइली पीएम के भारत दौरे पर टिकी है। भारत व इज़राइल के बीच में आतंकवाद का मुकाबला करने पर भी चर्चा होगी। साथ ही में भारत की दृष्टि से देखा जाए तो इज़राइल के साथ संबंध मजबूत करने में भारत का फायदा ही होगा।

    सामरिक, व्यापार व निवेश की दृष्टि में दोनों देशों के बीच में संबंधों को नया आयाम मिलेगा। दूसरी बार भारत में इज़राइली का दौरा करना भारत की विदेश नीति की महत्ता मानी जा सकती है। ऐसा भारतीय पीएम मोदी के इज़राइल दौरे के बाद ही संभव हो पाया है।