Thu. Apr 25th, 2024
    मानव तस्करी

    अमेरिका (america) ने गुरूवार को सऊदी अरब (saudi arabia) और क्यूबा (cuba) को काली सूची में में डाल दिया है और कहा कि ये देश मानव तस्करी के खिलाफ पर्याप्त कार्रवई नहीं कर रहे हैं। राज्य विभाग की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब की व्यापक विदेश मज़दूरों की मौजूदगी होने के कारण यह उल्लंघन है और क्यूबा पर डॉक्टरों को विदेशों में भेजने के कार्यक्रम के जरिये तस्करी के आरोप लगाए हैं।

    मानव तस्करी में सऊदी भी शामिल

    अन्य देश टियर 3 में हैं जो रिपोर्ट में सबसे खराब रैंकिंग है। इसमें चीन, म्यांमार, उत्तर कोरिया, रूस और वेनेजुएला शामिल है। टियर 3 का मतलब अमेरिका अन्तरराष्ट्रीय मुद्रा कोष व अन्य वैश्विक संस्थानों में सहयोग को वापस ले सकता है या यह मदद को पाबंद कर सकता है।

    अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने कहा कि अमेरिका ने बीते वर्ष 22 देशों के खिलाफ कार्रवाई की थी और इसका कारण मानव तस्करी था। यह कार्रवाई और सन्देश बेहद स्पष्ट है कि अगर आप तस्करी खड़े नहीं होंगे तो अमेरिका आपके खिलाफ खड़ा होगा।”

    माइक पोम्पिओ ने यह रिपोर्ट अमेरिका के राष्ट्रपति की पुत्री और सलाहकार इवांका ट्रम्प के साथ प्रस्तुत की थी। अमेरिका अधिकारीयों के मुताबिक टियर 3 की रैंकिंग कार्रवाई को उत्साहित कर रही है विशेषकर जब यह अमेरिकी सहयोगियों के खिलाफ हो।

    सऊदी अरब पर  अमेरिका ने कहा कि सल्तनत ने कई तस्करों को अभियुक्त किया है और मानव तस्करी के पीड़ितों की मदद के लिए काफी कम कार्य किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब को आक्रमक मालिकों से भागे  कर्मचारियों की मदद के लिए ज्यादा करना होगा और स्पोंसरशिप सिस्टम में सुधार करना होगा जिसके तहत कर्मचारियों के देश छोड़ने की मंज़ूरी पर नियंत्रण मालिक का होता है।

    डोनाल्ड ट्रम्प ने कई विवादस्पद मामलों पर सऊदी अरब को समर्थन किया है इसमें यमन में आक्रमक भी शामिल है। यूएन ने यमन को विश्व का सबसे बदहाल मानवीय संकट करार दिया है। सऊदी अरब के मामले पर पोम्पिओ ने को बयान नहीं दिया है और उत्तर कोरिया के साथ वार्ता की दोबारा शुरू होने के संकेत दिए हैं।

    पोम्पिओ ने कहा कि “उत्तर कोरिया राज्य स्तर पर विदेशों में अपने कर्मचारियों की नियुक्ति पर मानव तस्करी में शामिल हैं और कहा कि “प्योंगयांग इस धन का इस्तेमाल अपनी दुष्ट गतिविधियों को वित्त देने के लिए करता है।” उन्होंने चीन द्वारा लाखों उइगर मुस्लिमों को बंदी बनाकर रखने की भी आलोचना की थी।

    उन्होंने कहा कि “अल्पसंख्यक मुस्लिमों के शिविर कपड़ो, कारपेट, सफाई के उपकरण और अन्य घरेलू जरुरत के वस्तुओं का उत्पादन करते हैं।” चीन चरमपंथ को कम करने के लिए वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना के लिए वैश्विक आलोचना झेल रहे हैं।

    ट्रम्प प्रशासन के निशाने पर क्यूबा था और उन्होंने कहा कि “कम्युनिस्ट विभाग डॉक्टरों को उनके मेडिकल कार्यक्रम का भाग बनने के लिए धमकाते हैं और हवाना निम्न आय के हज़ारों डॉक्टरों को समस्त विश्व में भेजते हैं। क्यूबा ने बीते वर्ष  कार्यक्रम को बंद कर दिया था जब दक्षिण पंथी राष्ट्रपति जैर बोल्सोनारो ने इसे मानव तस्करी करार दिया था।

    राज्य विभाग ने दो देशों को टियर 3 की रैंकिंग से अपग्रेड किया है और वह लाओस और गैबन है। लाओस पीड़ितों को संस्थान और सुविधाएँ मुहैया कर रहा है और गैबन ने जांच की गति में वृद्धि है और सीमा पार तस्करी को बंद करने के लिए पश्चिमी अफ्रीकी राष्ट्रों के साथ कई समझौते पर हस्ताक्षर किये थे।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *