Wed. May 8th, 2024
पाक-इंडोनेशिया

पाकिस्तान के पडोसी देश अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए अब इंडोनेशिया ने मदद का ऐलान किया है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो और उनके पाकिस्तानी समकक्ष ममनून हुसैन अफगानिस्तान में युद्ध के खिलाफ साथ काम करने को सहमत हुए है।

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति दो दिवसीय यात्रा के लिए पाकिस्तान पहुंचे है और पाकिस्तान के राष्ट्रपति के साथ मुलाकात की। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक अफगानिस्तान में शांति के लिए तीन देशों के धार्मिक विद्वानों की एक संयुक्त भूमिका का प्रस्ताव रखा गया।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा पड़ोसी देश अफागानिस्तान में शांति के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पाकिस्तान और इंडोनेशिया संयुक्त रूप से दुनिया में संयमता का परिचय देकर बढ़ावा दे सकते है। पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने कहा कि अफगानिस्तान में इंडोनेशिया की शांति भूमिका का पाकिस्तान खुले तौर पर स्वागत करेगा।

गौरतलब है कि इससे पहले नवंबर 2017 में अफगानिस्तान के उच्च शांति परिषद के करीम खलिली ने इंडोनेशिया की यात्रा की थी। यहां पर उन्होंने राष्ट्रपति जोको विडोडो सहित अन्य इंडोनेशियाई उच्चाधिकारियों के साथ अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया पर चर्चा की थी।

युद्ध से नहीं मिलेगा किसी को फायदाः विडोडो

इस्लामाबाद में संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए विडोडो ने कहा कि संघर्ष व युद्ध से किसी भी पक्ष को लाभ नहीं मिलता है। युद्ध से सबसे ज्यादा प्रभावित महिलाएं व बच्चे होते है।

अफगानिस्तान इस समय युद्ध से संघर्ष कर रहा है। अभी भी अफगान में आतंकवादी हमले कम नहीं हुए है। अफगान में शांति स्थापित करने के लिए अमेरिका ने अपनी सेना वहां पर भेज रखी है।

लेकिन पाकिस्तान के द्वारा आतंकियों को सुरक्षित जगह प्रदान करके अफगान में आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। अफगानिस्तान भले ही पाकिस्तान का पडोसी देश हो लेकिन भारत से उसके संबंध काफी मजबूत है। भारत के द्वारा अफगानिस्तान में बडी मात्रा में निवेश किया जा रहा है।