स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने रविवार को ₹ 2000 का नोट बदलने के लिए दिशा-निर्देश जारी की है। एसबीआई ने कहा कि नोट बदलने के लिए किसी आईडी की जरूरत नहीं है, कोई फॉर्म भी नहीं भरना होगा। एक बार में 10 नोट बदले जा सकेंगे।

सोशल मीडिया पर नोट बदलने को लेकर अलग-अलग जानकारियां के बीच स्टेट बैंक का दिशा-निर्देश आया है। सोशल मीडिया साइट्स पर कहा जा रहा था कि नोट बदलने के लिए आधार जैसी कोई आईडी जरूरी होगी और फॉर्म भी भरना होगा।
इससे पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 19 मई को 2000 रुपए के नोट बंद करने का ऐलान किया। आरबीआई ने 30 सितंबर तक ऐसे नोट बैंकों में बदलने या अकाउंट में जमा करने को कहा है। आरबीआई ने यह भी कहा है कि यह इसके बाद भी लीगल रहेगा। एक बार में अधिकतम 2000 रुपये के दस नोट ही बदल सकेंगे। एक दिन में कई बार भी नोट बदलवाए जा सकते हैं।
₹2000 Denomination Banknotes – Withdrawal from Circulation; Will continue as Legal Tenderhttps://t.co/2jjqSeDkSk
— ReserveBankOfIndia (@RBI) May 19, 2023
छह साल पहले हुई नोटबंदी के बाद सरकार ने ₹2000 के नए नोट शुरू किए थे। नवंबर 2016 में ₹2000 के बैंकनोट को लाया गया था, मुख्य रूप से सभी ₹500 और ₹1000 बैंक नोटों की लीगल टेंडर वापस लेने के बाद अर्थव्यवस्था की मुद्रा की आवश्यकता को तेजी से पूरा करने के लिए उस समय प्रचलन में था। एक बार अन्य बैंकनोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो जाने के बाद ₹2000 के बैंकनोटों को लाने का उद्देश्य पूरा हो गया। इसलिए 2018-19 में ₹2000 के नोटों की छपाई बंद कर दी गई थी।
₹2000 के नोट धीरे-धीरे आम इस्तेमाल से भी बाहर हो रहे थे। आरबीआई ने ₹2000 रुपये के 89 प्रतिशत नोट मार्च 2017 से पहले जारी किए थे। रिज़र्व बैंक ने ₹2000 के नोटों को वापस लेते हुए कहा है कि ये बैंक की क्लीन नोट पॉलिसी के तहत किया जा रहा है।आरबीआई ने बैंकों को दो हज़ार रुपये में भुगतान करने से तुरंत रोक दिया है।