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    आसिफ अली

    अपने किसी करीबी को खोना और अगर वह खुद के परिवार का एक अभिन्न हिस्सा हो तो इससे दुखद एक मनुष्य के लिए कुछ नही हो सकता। विश्वकप 2019 के आगाज से पहले ऐसा ही कुछ पाकिस्तान की टीम के खिलाड़ी आसिफ अली के साथ हुआ। पाकिस्तान की टीम के इस खिलाड़ी की 19 महीने की बेटी दुआ फातिमा कैंसर से जुझ रही थी और उनका अमेरिका में इलाज चल रहा था। लेकिन डॉक्टर उनकी बेटी को बचा नही पाए। जिसके बाद अब वह शनिवार को इंग्लैंड के लिए रवाना हो गए थे और वहां पर अपनी राष्ट्रीय टीम से जुड़ गए है।

    भारत के पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ही एक ऐसे खिलाड़ी है जो इस समय पाकिस्तान के खिलाड़ी के दर्द को बेहतर ढंग से समझ सकता है। 1999 में जब इंग्लैंड में विश्वकप चल रहा था उस दौरान टूर्नामेंट के बीच में सचिन ने अपने पिता को खो दिया था। सचिन अपने पिता के अंतिम अनुष्ठान में भाग लेने के लिए घर लौटे थे लेकिन उनकी माम ने उन्हें फिर से विश्वकप में अपना रुख अपनाने के लिए कहा।

    तेंदुलकर ने वापसी की और ब्रिस्टल में केन्या के खिलाफ अगले ही मैच में, उन्होंने केवल 101 गेंद पर नाबाद 140 रन बनाकर भारत को 94 रन की महत्वपूर्ण जीत दिलाई। तेंदुलकर ने पिछला गेम गंवा दिया था जो कि जिम्बाब्वे के खिलाफ था जिसमें भारत को तीन रनों से हार का सामना करना पड़ा था और उसे ग्रुप में शेष मैच जीतने थे।

    शुक्रवार को, 46 वर्षीय को यह कहते हुए उद्धृत किया गया था: “परिवार के एक सदस्य का नुकसान विनाशकारी है। मैं आसिफ अली, उनकी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। इस तरह के नुकसान अपूरणीय हैं और आसिफ विश्व कप के लिए इंग्लैंड वापस आने पर भी अपनी दिवंगत बेटी के बारे में सोचते रहेंगे।”

    पिछले सप्ताह जब अंतिम बदलाव किए गए थे तब आसिफ को पाकिस्तान की टीम में जगह मिली थी। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ हालिया एकदिवसीय श्रृंखला में दो अर्द्धशतक बनाए और प्रारंभिक टीम में आबिद अली का स्थान लिया है।

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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