Wed. Apr 24th, 2024
    व्यक्तिवाचक संज्ञा vyaktiwachak sangya in hindi

    विषय-सूचि


    इस लेख में हम संज्ञा के भेद व्यक्तिवाचक संज्ञा के बारे में विस्तार से पढेंगे।

    (संज्ञा और उसके सभी भेद के बारे में पढने के लिए यहाँ क्लिक करें – संज्ञा और संज्ञा के भेद)

    व्यक्तिवाचक संज्ञा की परिभाषा (vyaktiwachak sangya definition in hindi)

    परिभाषा: किसी भी विशेष व्यक्ति, वस्तु या स्थान के नाम का बोध कराने वाली संज्ञा ही व्यक्तिवाचक संज्ञा कहलाती हैं। यानी, व्यक्तिवाचक संज्ञा सभी व्यक्ति, वस्तु या स्थान की संपूर्ण जाती में से ख़ास का नाम बताती हैं।

    जैसे:

    व्यक्ति- महात्मा गाँधी, भगत सिंह, रमेश, पवन, सीमा, विकास आदि।

    वस्तु- कुरान, बाइबल, रामायण आदि।

    स्थान- बैंगलोर, दिल्ली, मुंबई, लखनऊ आदि।

    व्यक्तिवाचक संज्ञा के कुछ उदाहरण (vyaktiwachak sangya examples in hindi)

    1. विकास फुटबॉल खेलता है।

    2. राम मेरा दोस्त है।

    3. प्रेमचंद एक उपन्यासकार हैं।

    4. रोनाल्डो फुटबॉल के महान खिलाडी हैं।

    5. महेंद्र सिंह धोनी इतिहास के सबसे अच्छे बल्लेबाज हैं।

    6. सचिन तेंदुलकर को मास्टर ब्लास्टर के नाम से भी जाना जाता है।

    7. चेतन भगत इंग्लिश में उपन्यास लिखते हैं।

    ऊपर दिए गए वाक्यों में विकास, रोनाल्डो, महेंद्र सिंह धोनीसचिन तेंदुलकर व्यक्तिवाचक संज्ञा की श्रेणी में आते हैं क्योंकि ये विकास, रोनाल्डो आदि नाम के सभी व्यक्तियों का बोध न कराकर केवल एक विशेष व्यक्ति के बारे में बता रहे हैं।

    9. भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी है।

    10. मैंने आज एक अंग्रेजी की किताब खरीदी।

    11. मुझे मराठी में बात करना बहुत पसंद है।

    12. मैं अभी जापानी भाषा सीख रहा हूँ।

    13. इंग्लिश दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयोग की जाने वाली भाषा है।

    ऊपर दिए गए वाक्यों में हिंदी, अंग्रेजी आदि दुनिया में बोली जाने वाली सारी भाषाओं का बोध न कराकर किसी विशेष भाषा का बोध करा रही हैं, इसलिए ये व्यक्तिवाचक संज्ञा की श्रेणी में आती हैं।

    14. महात्मा गाँधी को हम बापू के नाम से भी जानते हैं।

    15. जवाहर लाल नेहरु को चाचा नेहरु भी बोलते हैं।

    16. भीमराव आंबेडकर ने भारत का संविधान लिखा था।

    17. इंदिरा गाँधी भारत की पहली महिला प्रधान मंत्री थी।

    ऊपर दिए गए वाक्यों में महात्मा गाँधी, जवाहर लाल नेहरू, भीमराव अम्बेडकरइंदिरा गाँधी व्यक्तिवाचक संज्ञा की श्रेणी में आएँगे क्योंकि ये किसी विशेष व्यक्ति का बोध करा रहे हैं।

    18. मैं बेंगलुरु में रहता हूँ।

    19. मुंबई एक स्मार्ट सिटी बन गया है।

    20. दिल्ली दुनिया की सबसे ज्यादा जनसँख्या वाला शहर है।

    21. आगरा में ताजमहल है।

    22. ताजमहल विश्व के सात अजूबों में से एक है।

    23. दिल्ली में क़ुतुब मीनार है।

    ऊपर दिए गए वाक्यों में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, मुंबई आदि दुनिया के सारे महानगरों का बोध न कराकर कुछ विशेष महानगरों का बोध करा रहे हैं, इसलिए ये शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा की श्रेणी में आते हैं।

    24. कोहिनूर हीरा अभी लंदन में है।

    25. गोदान उपन्यास 1936 लिखा गया था।

    ऊपर वाक्यों में कोहिनूर, गोदान सभी हीरो या उपन्यासों का बोध न कराकर विशेष हीरे व उपन्यास का बोध करा रहे हैं अतः ये व्यक्तिवाचक संज्ञा की श्रेणी में आते हैं।

    व्यक्तिवाचक संज्ञा के अन्य उदाहरण

    1. मेरा नाम पंकज है।
    2. शाहरुख़ खान सबसे बेहतरीन अदाकार हैं।
    3. दिल्ली काफी पुराना शहर है।
    4. विकास फुटबॉल खेलता है।
    5. भारत में 22 भाषाएँ बोली जाती हैं।
    6. जवाहरलाल नेहरु देश के पहले प्रधानमंत्री थे।
    7. वेद-पुराण हिन्दू धर्म के सबसे उत्कृष्ट लेखों में से एक हैं।
    8. मैं अमेरिका जाना चाहता हूँ।
    9. प्रेमचंद ने गोदान नामक उपन्यास लिखा था।
    10. महात्मा गाँधी ने अहिंसा का सन्देश दिया था।
    11. ताजमहल सात अजूबों में से एक है।
    12. भारत की राजधानी दिल्ली है।
    13. मैं अंग्रेजी के उपन्यास पढ़ने का आदि हूँ।
    14. सचिन तेंदुलकर भारत के सबसे महान क्रिकेटरों में से एक हैं।

    व्यक्तिवाचक संज्ञा से सम्बंधित यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

    सम्बंधित लेख:

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

    19 thoughts on “व्यक्तिवाचक संज्ञा : परिभाषा एवं उदाहरण”
    1. सर व्यक्ति वाचक संज्ञा निरर्थक होती है
      इसका क्या मतलब है???

      1. यह वाक्य एक वाक्यांश है जिसका अर्थ है कि “व्यक्ति”, “वाचक” और “संज्ञा” शब्दों के बीच कुछ संबंध होता है लेकिन उनमें से कोई भी एक शब्द अकेला अर्थपूर्ण नहीं होता है। इस वाक्य का मतलब है कि इन शब्दों का अर्थ उनके बीच के संबंधों पर निर्भर करता है और इनमें से कोई भी शब्द अपने आप में समझा नहीं जा सकता।

    2. sir …रिश्ते कोन सी संज्ञा में आते हैं****जैसे दादा,भाई आदि या दादा जी कुत्ते को ले कर कहाँ ज रहे हैं

    3. प्रधानमंत्री में कोनसी संज्ञा है

    4. क्या व्यक्ति वाचक संज्ञा विकारी शब्द होता है?

    5. पक्षीका नाम व्यक्तिवाचक नाम है ?

    6. नै – रत्न क्या व्यक्ति वाचक संज्ञा है?

    7. नेहरू का व्यक्ति वाचक संज्ञा शब्द क्या है

      1. मनुष्य: ‘मनुष्य’ कहने से संसार की मनुष्य-जाति का बोध होता है। उपर्युक्त उदाहरण से स्पष्ट है कि यदि पशु-पक्षी का नाम लिया जा रहा है तो इस शब्द से पशु पक्षी की सभी जातियों का बोध हो रहा है अतः पशु पक्षी जातिवाचक संज्ञा है।

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