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    गूगल फेसबुक

    इंटरनेट पर यदि हमें किसी भी विषय में जानकारी पानी होती है, तो हम इसे गूगल में ढूंढना पसंद करते हैं। कोई भी जानकारी पाने के लिए गूगल कितना जरूरी है, इसका पता इस बात से लगाया जा सकता है कि साल 2006 में ऑक्सफ़ोर्ड डिक्शनरी ने ‘गूगल करना’ शब्द को अपनी डिक्शनरी में शामिल कर लिया था।

    हालाँकि पिछले कुछ समय में गूगल का असर धीमा पड़ता नजर आ रहा है। हालिया ख़बरों के मुताबिक किसी विषय में जानकारी पाने के लिए गूगल से ज्यादा लोग फेसबुक को पसंद कर रहे हैं।

    गूगल फेसबुक

    ऊपर दिखे गए शौध से यह देखा जा सकता है, कि साल 2016 में 40 फीसदी रेफरेल ट्रैफिक फेसबुक के जरिये आया था। वहीँ सिर्फ 37 फीसदी ट्रैफिक गूगल के जरिये आया था।

    इस शौध पर यदि गौर करें, तो आप देख सकते हैं कि लाइफस्टाइल, मनोरंजन आदि से सम्बंधित जानकारी के लिए लोग फेसबुक को पसंद कर रहे हैं। इसके अलावा नौकरी, तकनीक आदि से सम्बंधित जानकारी के लिए लोग ज्यादा गूगल को पसंद कर रहे हैं।

    लाइफस्टाइल सम्बंधित जानकारी के लिए कुल 87 फीसदी लोग फेसबुक को पसंद करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि लोग लाइफस्टाइल के क्षेत्र में फ़िल्मी सितारों को फॉलो करते हैं। ऐसे में लोग अपने पसंदीदा सितारों के फेसबुक पेज को देखना ज्यादा पसंद करते हैं। इस क्षेत्र में फेसबुक के अलावा इन्स्टाग्राम को भी काफी पसंद कर रहे हैं।

    इसके अलावा आस-पास होने वाले कार्यक्रम की जानकारी के लिए भी लोग फेसबुक को पसंद करते हैं। जाहिर है यदि आप किसी कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे हैं, तो आप इसे फेसबुक पर अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करेंगे। ऐसे मामलों में फेसबुक काफी मददगार साबित हुआ है।

    वहीँ यदि हम नौकरी सम्बन्धी आंकड़ों को देखें, तो 84 फीसदी लोग गूगल को पसंद करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनियां नौकरी के लिए फेसबुक पर शेयर करना कम पसंद करती हैं। ऐसे में गूगल एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

    रेफरेल ट्रैफिक क्या है?

    मान लीजिये, आपको किसी विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करनी है। आप इसे गूगल में ढूँढ़ते हैं। गूगल में आपको बहुत साड़ी वेबसाइट दिखाई देती हैं, जहाँ आपको उस विषय के बारे में जानकारी मिल जाती है। इसके बाद आप उस वेबसाइट पर जाकर जानकारी प्राप्त करते हैं।

    यहाँ यदि आप देखें, तो आपको सही जानकारी या वेबसाइट तक पहुँचाने में गूगल मदद कर रहा है। इसे ही रेफर करना कहते हैं। और जो भी ट्रैफिक गूगल के जरिये बाकी वेबसाइट पर जाता है, उसे रेफरल ट्रैफिक कहते हैं।

    गूगल फिर आगे

    आपको जानकारी के लिए बता दें ऊपर दी गयी जानकारी साल 2016 की थी। यदि साल 2017 की बात करें, तो गूगल फिर से फेसबुक से आगे निकल गया है।

    फेसबुक गूगल

    यहाँ दिखाई गयी जानकारी से यह साफ़ देखा जा सकता है कि इस साल में गूगल ने धीरे-धीरे फेसबुक को पछाड़ दिया है।

    साल के शुरुआत में लगभग 40 फीसदी ट्रैफिक फेसबुक से आ रहा था, जबकि लगभग 34 फीसदी ट्रैफिक गूगल से आ रहा था। नवम्बर 2017 तक गूगल ने अपने ट्रैफिक को बढ़ाकर 42 फीसदी के पार पहुंचा दिया है। वहीँ फेसबुक का ट्रैफिक गिरकर 28 फीसदी आ गया है।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।