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    युक्रेन के राष्ट्रपति

    युक्रेन और रूस के मध्य साझा जल मार्ग के इस्तेमाल को लेकर जंग चीन छिड़ी हुई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेनको ने रुस को जंग की धमकी दी थी और कहा कि रूस लगातार साझे जलमार्ग में सैन्य बल को बढाता जा रहा है। इससे दोनों राष्ट्रों के मध्य भयावह जंग के आसार बढ़ रहे हैं। उन्होंने जर्मनी सहित सभी नाटो देशों से रूस के खिलाफ संघर्ष करने के लिए जहाज भेजने को कहा है।

    उन्होंने कहा कि जर्मनी हमारा नजदीकी मित्र है, हमें उम्मीद है कि वह यूक्रेन की मदद और सुरक्षा के लिए आज़ोव सागर में नौसैनिक जहाजों को भेजने के लिए तैयार है। पश्चिमी देशों का यूक्रेन को समर्थन है और रूस पर आरोप है कि उसने गैर कानूनी तरीके से आज़ोव सागर तक पहुँचने वाले संकरे मार्ग को बंद कर दिया था, इस जलमार्ग का इस्तेमाल दोनों राष्ट्र करते हैं।

    रूस की नौसेना ने क्रीमिया के तट से यूक्रेन के तीन जहाजों को कब्जे में ले लिए था और 24 यूक्रेनी नाविकों को पकड़ लिया था। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन समुद्र पर राज करने के आलावा कुछ और नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि रुसी राष्ट्रपति को सिर्फ पश्चिंमी देशों की एकता की भाषा समझ में आती है।

    रूस के साल 2014 में क्रीमिया में अधिग्रहण के बाद दोनों राष्ट्रों के मध्य विवाद शुरू हो गया था। ख़बरों के मुताबिक पूर्वी यूक्रेन के दोनबास इलाके में रूस चरमपंथियों को समर्थन करता है, पांच साल से अधिक समय पूर्व हुए हमले में 10 हज़ार लोगों की हत्या भी की गयी थी।

    नाटो के अध्यक्ष जेन्स स्टॉटेलनबेर्ग ने रूस को चेताया कि यूक्रेन के जहाजों को नाविकों को तत्काल छोड़ दिया जाए। इस विवाद पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चेतावनी दी थी कि यदि इसका समाधान नहीं निकला गया तो रुसी राष्ट्रपति के साथ होने की वाली आगामी बैठक को वह रद्द कर देंगे। डोनाल्ड ट्रम्प आगामी जी-20 की बैठक में रुसी राष्ट्रपति व्लामिदिर पुतिन के साथ मुलाकात करने वाले थे। अमेरिका की ख़बरों के मुताबिक अब यह बैठक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की घटना की रिपोर्ट बाद तय होगी।

    रूस के सैनिकों ने यूक्रेन के जहाजों पर गोलीबारी कर, क्रीमिया के तट से उनके तीन जहाजों को कब्जे में ले लिया था। रूस के इस रवैये के बाद दोनों राष्ट्रों के मध्य मतभेदों में वृद्धि हुई है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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