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    मुस्लमान गाय की पूजा

    देश में गौहत्या को लेकर हो रहे विवाद में आज मुस्लिम समुदाय ने इसका पक्ष लेते हुए गाय की हत्या पर रोक लगाने की अपील की है। आपको बता दें कि 2 सितम्बर को बकरीद के मौके पर हर साल देश के कई इलाकों में गाय की कुर्बानी दी जाती है। इस साल ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिसे-मुशावरत ने यह एलान किया है कि इस बकरीद के मौके पर कोई भी मुस्लमान गाय की कुर्बानी नहीं देगा।

    यह फैसला मुस्लिम समुदाय द्वारा 30 जुलाई को पास किया गया था। ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिसे-मुशावरत के जनरल सेक्रेटरी मौलाना अब्दुल हमीद ने कहा कि देश के जिन राज्यों में गोमांस पर प्रतिबन्ध लगा है, वहां कोई भी मुस्लमान गाय की कुर्बानी नहीं देगा। सभी को इस मामले में राज्य के क़ानून का पालन करना होगा। मुस्लिम नेताओं के बीच पुणे में हुई एक बैठक में यह फैसला लिया गया था।

    अब्दुल हमीद के अनुसार बकरीद एक धार्मिक पर्व है। ऐसे पवित्र पर्व पर किसी कानून की मर्यादा को तोड़ना सही नहीं। ऐसे में जहाँ भी कानून गोमांस की इजाजत नहीं देता, वहां इससे बचना चाहिए। इसके साथ ही मौलाना हमीद ने केंद्र और राज्य सर्कार से यह अप्पील की है कि उनकी आजादी का भी ध्यान रखा जाए।

    गौहत्या बैन

    आपको बता दें कि देश के 29 राज्यों में से 11 राज्यों में गौहत्या पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध लगा है। इसके अलावा 8 राज्यों में गौहत्या पर आंशिक रूप से प्रतिबन्ध लगा है। और देश में 10 राज्य ऐसे हैं, जहाँ गौहत्या या गोमांस पर कोई भी रोक नहीं लगी है।

    देश के राज्य जिनमे गोमांस पर प्रतिबन्ध लगा है –
    जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ़। इसके अलावा दो केंद्र शासित प्रदेश, दिल्ली और चंडीगढ़ में भी गौहत्या पर रोक लगी है।

    देश के राज्य जिनमे आंशिक रूप से गोमांस पर रोक लगी है –
    बिहार, झारखंड, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक एवं गोवा। इसके अलावा दमन और दीव, दादर और नागर हवेली, पुडुचेरी, अंडमान ओर निकोबार केंद्र शासित प्रदेशों में भी गौहत्या पर आंशिक रूप से रोक लगी हुई है।

    देश के राज्य जिनमे गौहत्या पर कोई प्रतिबन्ध नहीं है –
    केरल, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिज़ोरम, नागालैंड, त्रिपुरा एवं सिक्किम। इसके अलावा लक्षद्वीप में भी गौहत्या पर कोई रोक नहीं लगी है।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।