Wed. Apr 24th, 2024
    नरेन्द्र मोदी

    भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर लिखी किताबों को अब महाराष्ट्र के स्कूलों में पढ़ाया जाएगा। इसके लिए महाराष्ट्र शिक्षा विभाग मोदी पर आधारित किताबों को खरीदने के लिए 59.42 लाख रूपये खर्च करेगी। इन किताबों को 1 से लेकर 5 तक की कक्षाओं के छात्र को वितरित किया जाएगा।

    खास बात यह है कि अब महात्मा गांधी व अंबेडकर से ज्यादा पुस्तकों की बिक्री मोदी आधारित किताबों की होगी। सरकार स्कूलों में ऐतिहासिक इंसानो की जगह अब मोदी पर आधारित जीवनी को पढाएगी।

    बाबासाहेब अंबेडकर की पुस्तकों की खरीद के लिए 24.28 लाख रुपए खर्च होंगे। इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुस्तकों के लिए 21.87 रूपये की खरीदी करनी होगी। महात्मा राव फुले पर आधारित किताबों की खरीददारी के लिए 22.63 लाख रूपये खर्च करने होंगे।

    प्रधानमंत्री मोदी पर आधारित खरीदी जाने वाली किताबों में 72,933 प्रतियां मराठी भाषा में और 33 प्रतियां गुजराती भाषा में होगी। वहीं 424 प्रतियां हिंदी भाषा और 7,148 अंग्रेजी भाषा में प्रतियां उपलब्ध होगी। प्रत्येक किताब का मूल्य 35 रूपये होगा। ये सभी पुस्तकें डायमंड पॉकेट बुक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रकाशित होगी।

    महाराष्ट्र में इस समय बीजेपी व शिवसेना के गठबंधन की सरकार है। मोदी पर आधारित किताबों की खरीदी करने पर विपक्षी नेता धनंजय मुंडे ने मोदी व बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है।

    मुंडे ने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान करते है, लेकिन क्या वह गांधीजी, बाबासाहेब या महात्मा फुले जी से भी बड़े है? बीजेपी को इसका जवाब देना चाहिए। मुंडे ने शिक्षा विभाग पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें समझना चाहिए कि स्कूल कोई राजनैतिक युद्धक्षेत्र नहीं है। विशेष व्यक्ति की जीवनी पढ़ाकर छात्रों को प्रभावित नहीं किया जाना चाहिए।

    वहीं शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण राज्य परिषद के सुनील मागर ने कहा कि किताबों का चयन योग्यता समिति द्वारा ही किया गया है। सिर्फ मोदी की ही नहीं बल्कि अन्य महान इंसानों की भी पुस्तकों की खरीद होगी।