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डोनाल्ड ट्रम्प और मून जे इन

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनके दक्षिण कोरियाई समकक्षी मून जे इन ने न्यूयोर्क में सोमवार को अमेरिका-उत्तर कोरिया की वार्ता को दोबारा शुरू करने की योजना पर चर्चा की थी। सीओल की स्पाई एजेंसी के मुताबिक, यह वार्ता अगले दो या तीन हफ्तों में आयोजित हो सकती है।

अमेरिका-उत्तर कोरिया की वार्ता बहाल करने की योजना

वार्ता का मकसद उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम को ध्वस्त करना होगा। अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच दूसरा शिखर सम्मेलन असफल रहा था। प्योंगयांग ने कहा कि वह वर्किंग लेवल की वार्ता को दोबारा सितम्बर के अंत में शुरू करने के लिए इच्छुक है लेकिन कोई तारीख या स्थान तय नहीं किया गया है।

व्हाइट हाउस के बयान के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रम्प और मून जे इन ने अमेरिका-उत्तर कोरिया वार्ता के प्रैक्टिकल रिजल्ट को हासिल करने के तरीको पर चर्चा की थी। ट्रम्प ने विश्वास जताया कि किम दोनों सम्मेलनों के के दौरान की गयी प्रतिबद्धताओं को पूरा करेंगे।

ट्रम्प ने पत्रकारों से कहा कि “यहाँ को परमाणु परिक्षण नहीं किया गया।” दक्षिण कोरिया के अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, किम जोंग उन ने डोनाल्ड ट्रम्प को प्योंगयांग आने के लिए आमंत्रित किया था।

उन्होंने कहा कि “संबंध बेहद अच्छे हैं। हम देखना चाहते हैं कि अगर हम कुछ करना सकते हैं। अगर हम कर सकते हैं तो यह बहुत अच्छा होगा और अगर नहीं तो ठीक है। हम देखेंगे कि क्या होगा।” मून ने कहा कि “मुझे उम्मीद है कि वर्किंग लेवल की वार्ता का जल्द आयोजन किया जायेगा। लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह जन्नत चाहते हैं कि किम के साथ तीसरे सम्मेलन का क्या परिणाम होगा।”

ट्रम्प ने कहा कि “अभी, लोग इसे आयोजन को होते हुए देखना चाहेंगे। मैं जानना चाहता हूँ कि इससे क्या परिणाम निकलेंगे। सम्मेलन के आयोजन से पूर्व हम अधिक जानकारी चाहते हैं।”  सीओल में दक्षिण कोरिया सांसदों को एक जासूसी एजेंसी ने मंगलवार बताया कि प्योंगयांग और वांशिगटन अगले दो या तीन हफ्ते में वर्किंग लेवल की वार्ता को शुरू कर रहे हैं।

मुलाकात के दौरान ट्रम्प और मून ने अपनी पिछली प्रतिबद्धताओं को दोहराया था कि उत्तर कोरिया के खिलाफ बल का इस्तेमाल नहीं करेंगे। अगर उत्तर कोरिया परमाणु निरस्त्रीकरण को मुकम्मल करता है तो यह देश को एक बेहतर भविष्य मुहैया करेगा।

उत्तर कोरिया के प्रमुख परमाणु वार्ताकार किम म्योंग गिल ने बीते हफ्ते ट्रम्प के वार्ता के लिए नए तरीके के सुझाव का स्वागत किया था। उन्होंने कहा कि “अमेरिका के उचित तरीके के साथ मौजूद होने पर वह आशावादी बनना चाहते है।”

डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “दोनों नेता उत्तर कोरिया द्वारा निरंतर न्यूनतम मारक क्षमता की मिसाइल को लांच करने के बाबत चर्चा करेंगे। हमारा शोर्ट रेंज मिसाइल पर कोई समझौता नहीं है और कई देश व लोग ऐसी मिसाइलों का रोजाना परिक्षण करते हैं।”

दक्षिण कोरिया की सरजमीं पर 28500 अमेरिकी सैनिक साल 1991 से मौजूद है। मार्च में अमेरिका के साथ 1.04 ट्रिलियन वोन (दक्षिण कोरिया की मुद्रा) रकम अदा करने के एक डील पर दस्तखत किये थे। यह समझौता इस साल के अंत में खत्म हो जायेगा।

डोनाल्ड ट्रम्प ने निरंतर दक्षिण से अधिक रकम देने का आग्रह किया है। उन्होंने बीते मैंने कहा कि “अमेरिका को दी जाने कमात में मजीद वृद्धि के लिए वार्ता की जा रही है। दक्षिण कोरिया एक बेहद अमीर राष्ट्र है।”

By कविता

कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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